
सांप्रदायिक हिंसा की आग में जल रहे उत्तर प्रदेश के कासंगज में तीसरे दिन भी बवाल हुआ. हालांकि जल्द ही स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया. कासगंज में उपद्रवियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन की मदद ली जा रही है और संदिग्ध उपद्रवियों के खिलाफ तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. तलाशी के दौरान एक आरोपी के घर से क्रूड बम और एक पिस्टल भी बरामद हुआ है.
इस बीच हिंसा की भेंट चढ़े चंदन गुप्ता के परिवार वालों ने CM योगी के खिलाफ प्रदर्शन किया और चंदन को शहीद घोषित किए जाने की मांग की. उत्तर प्रदेश के DGP ने वहीं कहा है कि कासगंज के हालात नियंत्रण में है. छिटपुट आगजनी की खबरें हो रही हैं वो सुनसान जगहों पर हुई है ऐसी जगहों पर हुई जो सालों से सुनसान पड़ी थीं. ड्रोन से इलाके की निगरानी की जा रही है.
INSIDE STORY: क्यों और कैसे हिंसा की आग में सुलगा यूपी का कासगंजॉ
60 से अधिक उपद्रवी गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि 60 से ज्यादा गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और सभी संदिग्ध लोगों को पकड़ा गया है. दोनों समुदाय के लोगों को एक साथ बिठाकर शांति की अपील की जाएगी. कहां चूक हुई कौन जिम्मेदार है इसकी विवेचना बाद में होगी. फिलहाल हमारा पूरा ध्यान स्थिति को काबू करने में लगा है जो कि लगभग हो चुका है.
हिंसा के पीछे राजनीतिक साजिश
आजतक से इक्स्क्लूसिव बात करते हुए कासगंज हिंसा पर SP सुनील सिंह ने हिंसा की वारदातों के पीछे राजनीतिक साजिश की आशंका जाहिर की है. उन्होंने कहा कि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता की इसके पीछे राजनीतिक साज़िश हो सकती है.
तिरंगा यात्रा निकाल रहे लोगों ने की थी भड़काऊ नारेबाजी
SP सुनील सिंह ने साथ ही गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा भड़काने वाले तत्वों के बारे में भी अहम खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि तिरंगा यात्रा निकाल रहे लोगों ने एक खास जगह पहुंचकर कुछ भड़काऊ नारेबाजी की, जिसके चलते झगड़ा शुरू हुआ और हिंसा भड़क उठी. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि गणतंत्र दिवस के दिन हिंसा त्वरित कारणों से भड़की, लेकिन उसके बाद फैलाई जा रही हिंसा के पीछे कोई राजनीतिक साजिश है.
ड्रोन से की जा रही कासगंज की निगरानी
कासगंज में हिंसा भड़कान वाले संदिग्ध उपद्रवियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. कासगंज हिंसा की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए अलीगढ़ से ड्रोन कैमरा टीम को बुलाया गया है. बिलराम गेट, सोरों गेट, सहावर गेट, नदरई गेट सहित शहर के संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है.
गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान दो गुटों में हुई झड़प के बाद अब भी इलाके में तनाव बना हुआ है. पूरे शहर में धारा 144 लागू करने के साथ ही कई इलाकों और नेटवर्क की इंटरनेट सेवा ठप कर दी गई हैं. हालांकि हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. रविवार की सुबह उपद्रवियों ने कई दुकानों में आग लगा दी और लूटपाट की.