
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने रविवार को कांग्रेस पर आतंकवादियों और अलगाववादियों के प्रति सहानुभूति रखने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पूर्व गृह सचिव जीके पिल्लई का इशरत मामले पर बयान पार्टी की 'सही मंशा और मानसिकता' को दर्शाता है. उन्होंने एक बयान में कहा, 'यह भारत के लिए दुखद है कि कांग्रेस पार्टी आतंकवादियों और अलगाववादियों से सहानुभूति रखती है.'
उन्होंने कहा, 'पूर्व गृह सचिव जीके पिल्लई द्वारा तथ्यों के खुलासे से कांग्रेस की सही मंशा और मानसिकता का पता चलता है कि संप्रग सरकार लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी का बचाव करने के लिए किस हद तक गई.' रिजिजू पिल्लई के बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें पिल्लई ने दावा किया था कि संप्रग सरकार के कार्यकाल में तत्कालीन गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने उच्चतम न्यायालय में दायर मूल हलफनामे के एक महीने बाद फाइल मंगवाई, जिसमें इशरत और उसके सहयोगियों को लश्कर का आतंकवादी बताया गया था.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने आरोप लगाया कि चिदंबरम ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु के प्रति कांग्रेस की सहानुभूति दिखाई और इसके लिए न्यायिक प्रक्रिया तक की उन्होंने आलोचना की. रिजिजू ने दावा किया कि संप्रग के एक अन्य वरिष्ठ मंत्री ने खुलेआम और गर्व से कहा कि किस तरह 'बटला हाउस मुठभेड़ के मारे गए आतंकवादियों के लिए सोनिया गांधी रो पड़ी थीं.
मंत्री ने आरोप लगाया कि एक कदम आगे बढ़ते हुए राहुल गांधी ने जेएनयू परिसर में खुलेआम अलगाववादियों और माओवादियों का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि भारत में सभी आतंकवादी संगठनों के विकास के लिए कांग्रेस सीधे जिम्मेदार होगी. उन्होंने यह भी कहा, कांग्रेस के लिए वक्त आ गया है कि वह शहीदों और उनके परिजन का अपमान करने के लिए देश से माफी मांगे.