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नौकरी नहीं करना चाहता था ये शख्स, फिर ऐसे बना करोड़ों का मालिक

इस शख्स ने 20 साल की उम्र से ही बिजनेस करना शुरू कर दिया था.  फिर इस आइडिया से बना करोड़पति.

रवीश रंजन रवीश रंजन
प्रियंका शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 14 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 3:22 PM IST

बिहार में पैदा हुए रवीश रंजन उन लोगों मे से हैं जो जीवन में कुछ करने की चाह रखते हैं. भारत के होटल इंडस्ट्री में पॉड ( कैप्सूल) होटल शुरू करने का श्रेय उन्हें ही जाता है. साल 2016 में, जमशेदपुर में 'पॉड ऐंड बियॉन्ड' नाम से भारत का पहला पॉड  होटल शुरू कियाथा. आज उनके होटल का टर्नओवर करोड़ों में है.

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ऐसे शुरू किया बिजनेस

रवीश का जन्म बिहार में पैदा हुआ. साल 1993 में उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई खत्म की. रवीश बताते हैं कि शुरू से ही उनकी नौकरी करने में कोई दिलचस्पी नहीं थी. 20 साल की उम्र से ही बिजनेस करना शुरू कर दिया था. बिजनेस के लिए उन्होंने कई जगह हाथ आजमाए. कुछ समय बाद रवीश ने भारत के होटल इंडस्ट्री में एक नया प्रयोग किया जिसमें उन्होंने ग्राहकों को होटल में घर जैसा माहौल देने की कोशिश करते हुए पॉड होटल शुरू किया.

क्या होता पॉड (कैप्सूल) होटल

मूलरूप से यह कॉन्सेप्ट जापान का है. इस तरह के होटलों में छोटे-छोटे कमरे होते हैं, जिनमें सभी तरह की मूलभूत सुविधाएं मौजूद होती हैं. दरअसल, किफायती कीमतों पर घर से बाहर रहने की व्यवस्था के उद्देश्य के साथ इस कॉन्सेप्ट की शुरूआत हुई थी.

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क्या खास है रवीश के होटल में 

रवीश के होटल में कुछ घंटों से लेकर, दिनों और महीनों तक ठहरने के अलग-अलग प्लान हैं. होटल में दिन में 16 घंटों तक भोजन की उपलब्धता रहती है. इतना ही नहीं, अगर आप चाहें तो खुद भी खाना बना सकते हैं या फिर होटल के बाहर किसी भी जगह से खाना मंगा सकते हैं. रवीश बताया कि इस होटल के जरिए हम ग्राहकों को होटल में घर जैसा माहौल देने की कोशिश कर रहे हैं. आपको बता दें, पॉड होटल का ये कॉनसेप्ट अब धीरे-धीरे भारत में भी फेमस हो रहा है.

रवीश का लक्ष्य है कि 2020 तक 40 अलग-अलग शहरों तक होटल की चेन को बढ़ाना है. कंपनी की योजना है कि एनसीआर, बेंगलुरु, पुणे, रांची, कोलकाता जैसे शहरों के साथ-साथ तीर्थ स्थलों जैसे कटरा, शिरडी, तिरुपति और गया तक बिज़नेस को बढ़ाया जाए. जिसके बाद कंपनी 100 करोड़ के सालाना टर्नओवर का आंकड़ा छु सकती है.

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