नाभा जेल ब्रेक केस में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है. पुलिस को पता चला है कि एक दुकानदार मिठाई के डिब्बों में पैसे रखकर जेल में कैदियों तक पहुंचाता था. पंजाब पुलिस ने दुकान मालिक तजिंदर शर्मा उर्फ हैप्पी को इस मामले में हिरासत में ले लिया है. उसने पिछले 60 दिन में जेल में सबसे ज्यादा कॉल की थी.
जानकारी के मुताबिक, इस मामले में सहायक जेल अधीक्षक, हेड वार्डन जगमीत सिंह और दुकानदार तजिंदर शर्मा को जेल ब्रेक की साज़िश के लिए उकसाने और अंजाम देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि हैप्पी दोनों पुलिस अफसरों की मदद से ही जेल के अंदर डिब्बे में रुपये रखकर पहुंचाया करता था.
इसके साथ ही पुलिस ने उस शख्स की भी पहचान कर ली है, जिसके घर आतंकियों ने वर्दी पहनी थी. वहीं, पुलिस जांच के पंरपरागत तरीकों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. सोशल मीडिया के जरिए जिस तरह जेल ब्रेक की घटना को फिल्मी अंदाज में हाईटेक तरीक से अंजाम दिया गया, ऐसे में पुलिस की जांच भी हाईटेक होनी चाहिए.
बताते चलें कि आतंकी
हरमिंदर सिंह मिंटू ने जेल में सोशल मीडिया का जमकर इस्तेमाल किया था. वह मोबाइल से स्काइप के जरिए पाकिस्तान में बैठे अपने आका से बात करता था.
जेल ब्रेक की साजिश को अंजाम देने के लिए परिसर के अंदर की ली गई तस्वीरें और वीडियो बनाकर व्हाट्सऐप के जरिए उन्हें भेजता था.