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एमबीए(मास्टर्स इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) की इन दिनों खासी धूम है. ग्रेजुएशन के बाद लोग इस तरफ रुख कर रहे हैं. वर्तमान वैश्विक परिदृश्य और बूमिंग इकोनॉमी के दौर में एमबीए सबसे ज्यादा डिमांडिंग कोर्स हो गया है. ऐसा नहीं है कि यह कोर्स कोई सस्ता और हल्का कोर्स है, लेकिन आप-सभी को इस बात को जान कर थोड़ी हैरानी जरूर होगी कि लोग किस प्रकार एमबीए के लिए कनाडा का रुख कर रहे हैं. जानें कॉलिजिफाई के को-फाउंडर आदर्श खंडेलवाल से कनाडा से एमबीए करना क्यों है जरूरी.
अब जो आप भी चाहते हैं कि किसी विदेशी सरजमीं से एमबीए करें तो कनाडा सबसे मुफीद जगह हो सकती है. आगे हम बताते हैं कि क्यों?
1. अभी यहां अमेरीका और ब्रिटेन की तरह छात्रों की बड़ी खेप नहीं पहुंची है, और अधिकतर भारतीयों के यहां होने की वजह से होम सिकनेस नहीं महसूस होती.
2. यहां एमबीए फाउंडेशन कोर्स के साथ होता है, मतलब आपकी बेसिक ट्रेनिंग भी हो जाएगी. इसके अलावा यहां एमबीए 14 माह का होता है, मतलब साल भर से थोड़ा ज्यादा. तो इस तरह आपका काफी समय भी बचता है.
3. यहां साल भर में दो बार कोर्सेज शुरू होते हैं. एक जनवरी और दूसरा सितंबर. यहां थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल पर भी विशेष जोर दिया जाता है.
4. यहां मौजूद अलग-अलग कॉलेज और संस्थान आपकी पसंद-नापसंद पर विशेष जोर देते हैं. आखिर कोई उसकी पसंद पर आगे नहीं बढ़ेगा तो कैसे आगे बढ़ेगा.
अब बात पैसों की...
चाहे दुनिया के कैसे भी बिजनेस स्कूल हों, लोग इस बात पर तो जरूर सहमत होंगे कि बिना पैसों के कुछ भी नहीं हो सकता. ऐसे में कोर्स के पहले और कोर्स के दौरान काफी पैसे खर्च हो जाते हैं.
5. कनाडा की आबो-हवा इतनी खूबसूरत होती है कि वहां आप बिल्कुल थकेंगे नहीं. दिन भर की पढ़ाई के बाद भी आप एकदम तरोताजा रहते हैं.
6. कनाडा से एमबीए करने के बाद प्लेसमेंट के मौके काफी अच्छे होते हैं. एक तो अंतर्राष्ट्रीय डिग्री और ऊपर से कमाई भरपूर, यह दोनों ही लिहाज से बेहतर है.