
केरल की बाढ़ से कोच्चि इंटरनेशनल एयरपोर्ट को भारी नुकसान पहुंचा है. एक अनुमान के मुताबिक नुकसान 200 से 250 करोड़ रुपये का हुआ है.
बाढ़ का पानी एयरपोर्ट की चारदीवारी और रनवे तक आने के बाद से यह एयरपोर्ट 15 अगस्त से बंद पड़ा है. इसे 26 अगस्त तक दोबारा खोले जाने की उम्मीद है.
कोच्चि एयरपोर्ट केरल का सर्वाधिक व्यस्त एयरपोर्ट है. यहां पर खाड़ी देशों से बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय यात्री आते हैं. कोच्चि एयरपोर्ट के पब्लिक रिलेशन ऑफिसर पीएस जायना के मुताबिक 250 लोग एयरपोर्ट को सुचारू ढंग से दोबारा संचालित करने की कोशिशों में लगे हैं.
कई दिनों की कोशिश के बाद एयरपोर्ट से पानी को बाहर निकाला जा सका है. अब रनवे की 800 लाइट और 2600 मीटर लंबी चारदीवारी की मरम्मत का काम बचा हुआ है. अधिकारियों का कहना है कि टूटी चारदीवारी की जगह अस्थायी ढांचा खड़ा करने की कोशिशें की जा रही हैं, ताकि एयरपोर्ट की सुरक्षा से कोई समझौता न हो.
बाढ़ के पानी से सोलर पैनल को भी नुकसान पहुंचा है. कोच्चि एयरपोर्ट दुनिया का पहला एयरपोर्ट है जो सोलर पैनल से चलता है.
एयरपोर्ट के पीआरओ का कहना है, 'हमें गर्व है कि हमारा एयरपोर्ट सोलर पैनल से चलता है. बाढ़ से 20 फीसदी सोलर पैनल नष्ट हो गए हैं. हमारे पास अभी आधी ही क्षमता है, लेकिन एक महीने में स्थिति सामान्य हो जाएगी.'
आपको बता दें कि केरल में आई भीषण बाढ़ से नुकसान केवल एयरपोर्ट के सोलर पैनल का ही नहीं हुआ है, बल्कि बाढ़ के पानी से पावर स्टोरेज फैसिलिटी और सर्किट को भी नुकसान पहुंचा है. इस समय आठ में से केवल चार पावर स्टोरेज पैनल ही काम कर रहे हैं. सोलर पैनल को रिप्लेस और सही करने में करीब 10 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.
राहत की बात यही है कि पूरा एयरपोर्ट इंश्योर्ड था और इसके अनुमानित 250 करोड़ रुपये के नुकसान की भरपाई इंश्योरेंस कंपनी से ही की जाएगी.