
कुंभ मेले में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा का ख्याल रखते हुए योगी सरकार ने प्रयागराज में जो बंदोबस्त किए हैं, उसमें संगम तट पर बना अस्थायी अस्पताल आकर्षण का केंद्र है. बेहद कम खर्च और कम जगह में बने इस अस्पताल में 100 बेड लगाए गए हैं, जो बेहद आधुनिक हैं. अभी कुंभ मेला शुरू नहीं हुआ है, लेकिन अब तक इस अस्पताल में 10,000 लोगों का ओपीडी के जरिए इलाज किया जा चुका है.
इस अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीज भी ऐसी सुविधा पाकर बेहद खुश हैं. फनी प्रयागवासियों का कहना है कि अगर ऐसा अस्पताल परमानेंट उन्हें मिल जाए, तो बेहद खुशी होगी. कुंभ मेले में सरकार के साथ काम कर रहे कई मजदूरों ने आज तक से कहा कि इस अस्पताल के चलते उन्हें बेहद फायदा हो रहा है. कुंभ मेले के लिए योगी सरकार द्वारा बनाए गए इस खास अस्पताल में पर्चा भरने से लेकर दवाइयां तक सब कुछ मुफ्त है. अस्पताल में महिलाओं की बीमारियों से लेकर अल्ट्रासाउंड, दंत चिकित्सालय और चर्म रोग से लेकर हर बीमारियों के विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है.
अस्पताल में एक चार बेड का आईसीयू भी बनाया जा रहा है. दवाइयों का एक पूरा गोदाम बनाया गया है. इसके अलावा दो एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है, जो बेहद आधुनिक हैं, जिनमें लाइफ सपोर्ट सिस्टम की भी व्यवस्था है. इस अस्पताल के इंचार्ज डॉ एसपी सिंह ने आजतक से बातचीत में बताया कि यह अस्पताल कुंभ के पहले पूरी तरह से शुरू हो जाएगा. इस अस्पताल में ऑपरेशन भी शुरू किया जा सकेगा. अस्पताल के प्रमुख के मुताबिक यह टेम्परेरी अस्पताल किसी अच्छे जिला अस्पताल से कम नहीं है.
डॉक्टर के मुताबिक इलाज का सारा खर्चा सरकार उठाएगी और उन्हें इलाज से लेकर दवाइयां तक मुफ्त दी जाएंगी. आपात स्थिति में ऑपरेशन के लिए ऑपरेशन थिएटर भी इस अस्पताल में बनाया गया है. अस्पताल में आने-जाने वाले लोग योगी सरकार की जमकर तारीफ कर रहे हैं और कहते हैं कि श्रद्धालुओं को इस अस्पताल से बहुत फायदा होगा. ऐसे अस्पताल बनाने में खर्चा भी बेहद कम है और जगह भी बेहद कम लगती है.
ओपीडी में मरीजों को देख रहे डॉक्टर राय का कहना है कि उनके जैसे सैकड़ों डॉक्टर श्रद्धालुओं की सेवा के लिए तैयार हैं. डॉक्टर राय के मुताबिक 27 दिसंबर तक इस अस्पताल में लगभग 10,000 मरीज ओपीडी में दिखा चुके हैं.