
सालों से अटके पड़े कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट के पूरे होने के दिन नजदीक आ गए हैं. 2006 में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट को साल 2010 तक पूरा हो जाना था, लेकिन पांच साल बीत जाने के बाद भी काम पूरा नहीं हो सका.
दिल्ली के दो 'दुश्मनों' को करेगा दूर
कुल 135 किलोमीटर की लंबाई वाला यह एक्सप्रेस वे प्रदूषण और भयानक ट्रैफिक जाम से जूझती दिल्ली के लिए वरदान साबित हो सकता है. केएमपी एक्सप्रेस वे ना केवल एनसीआर की एक नई पहचान बन सकता है, बल्कि देश की राजधानी को उसके दो सबसे बड़े दुश्मनों ट्रैफिक जाम और प्रदूषण से मुक्ति भी दे सकता है.
दिल्ली गुड्स ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन के महासचिव ने बताया कि अगर केएमपी एक्सप्रेस वे बन जाता है तो दिल्ली से होकर गुजरने वाले ट्रक बाहर से चले जाएंगे और दिल्ली स्वर्ग हो जाएगी. केएमपी एक्सप्रेस वे के बन जाने से दिल्ली की आबोहवा भी काफी हद तक साफ हो जाएगी.
दिल्ली की हवा में घुल चुका है जहर
दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है. दिल्लीवाले गाड़ियों से निकलने वाले कार्बन एमिशन के चलते हवा में घुला जहर पीने को मजबूर हैं. हालिया सर्वे के मुताबिक दिल्ली की हवा में मौजूद पार्टिक्युलेट मैटर 2.5 की सीमा 60 है, लेकिन सड़क पर चलते वक्त दिल्ली के लोगों को इसके 600-700 के स्तर से दो चार होना पड़ता है.
विशेषज्ञों के मुताबिक भारी वाहनों का दिल्ली में जरूरत से ज्यादा आवागमन इसकी प्रमुख वजह है और केएमपी एक्सप्रेस बन जाने से इसको काफी हद तक कम किया जा सकेगा.