
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के परिवार को मिले उपहारों पर खासकर बीजेपी नेता सवाल उठाते रहे हैं. बीजेपी नेता सुशील मोदी के अनुसार उनके परिवार को नौकर से लेकर नेता तक तमाम लोगों ने करोड़ों के उपहार दिए हैं. सुशील मोदी ने सवाल उठाया था कि आखिर लालू परिवार को ही इतने उपहार क्यों मिलते हैं, जबकि लालू प्रसाद कहते हैं कि बीजेपी नेताओं को उपहार नहीं मिलते, इसलिए जलनवश वे ऐसी बात करते हैं. बीजेपी नेताओं के मुताबिक लालू परिवार को मिले उपहार इस प्रकार हैं:
हेमा यादव को एक करोड़ का गिफ्ट
लालू प्रसाद यादव की पत्नी और बेटी हेमा यादव को उनके नौकर ललन चौधरी ने 2014 में करीब एक करोड़ रुपये की जमीन दान में दी थी. चौधरी ने पहली बार जनवरी, 2014 में राबड़ी देवी को 2.5 डिसमिल जमीन दान में दी थी. ललन चौधरी बिहार के सिवान जिले का निवासी है और लालू के यहां पिछले दो दशक से नौकर है. ललन के नाम से बीपीएल कार्ड भी बना हुआ है.
तेजप्रताप यादव को मिली 13 एकड़ जमीन
सुशील मोदी के अनुसार लालू ने मंत्री पद के बदले दबंग विधायक बृज बिहारी सिंह से जमीन ली थी. मुजफ्फरपुर के किशुनपुर स्थित दो भूखंड बृज बिहारी सिंह की पत्नी रमा देवी ने लालू के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव को गिफ्ट किया था. जिस समय तेजप्रताप को जमीन दान की गई थी, उस समय उनकी उम्र महज तीन साल आठ महीने थी. मुजफ्फरपुर के किशनपुर मरवन स्थित 2 प्लॉट कुल 13 एकड़ में है.
प्रेमचंद गुप्ता ने करोड़ों की जमीन यादव परिवार के नाम की
आरोप है कि पटना में जिस ज़मीन पर कथित रूप से लालू परिवार का मॉल बन रहा है, वह उनके बेटों के नाम पर है और पार्टी के सांसद प्रेमचंद गुप्ता ने यह जमीन उनके बेटों के नाम की है. प्रेम गुप्ता की कंपनी इस मॉल की जमीन की मालिक थी और बाद में उसने इसे लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी और उनके बेटों तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव के नाम कर दिया.
कांति सिंह और रघुनाथ झा ने मंत्री बनने के लिए दिया उपहार
रघुनाथ झा और कांति सिंह ने केंद्रीय मंत्री बनने के लिए अपनी जमीन आरजेडी चीफ लालू को उपहार में दे दी थी. सुशील मोदी के आरोपों के अनुसार पटना जिले के दानापुर में करीब 41,400 वर्ग फीट जमीन लालू की पत्नी राबड़ी देवी के नाम लीज पर दी गई. 99 साल के लिए इसका किराया 1250 रुपये महीना तय किया गया.
इसी प्रकार रघुनाथ झा को भी तभी मंत्री बनाया गया, जब उन्होंने लालू प्रसाद के दोनों बेटों के नाम गोपालगंज में तीन मंजिला मकान के साथ 6 कट्ठा 18 धूर जमीन गिफ्ट कर दिया. इनके अलावा राजद नेता प्रभुनाथ यादव, सुधा श्रीवास्तव, अब्दुलबारी सिद्दीकी तथा बादशाह प्रसाद आजाद ने औने -पौने दाम पर जमीन उपहार के रुप में दिया था.
तेजस्वी और तेजप्रताप को चाचा और नाना से मिला उपहार
आरोपों के मुताबिक तेजस्वी और तेजप्रताप यादव को पटना में एक दोमंजिला पक्का मकान जमीन सहित उपहार स्वरूप अपने चाचा प्रभुनाथ यादव से मिला था. इसकी कीमत उस वक्त करीब 6 लाख रुपये लगाई गई थी. इस जमीन को 45 महीनों के बाद 2010 में लालू प्रसाद के दोनों बेटों ने एके इन्फोसिस्टम को 70 लाख रुपये में बेच दिया. इसी तरह तेजस्वी और तेजप्रताप ने अपने नाना से उपहार स्वरूप मिली जमीन को भी इस कंपनी के हाथों बेच दिया.