
बिहार में राजद और जेडीयू के गठबंधन की लगातार कमजोर होती दीवार के बीच लालू प्रसाद यादव के घर पर विधायक दल की बैठक खत्म हो गई है. बैठक में लालू यादव, बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के अलावा राजद के सभी आला नेता मौजूद रहे. बुलाई गई इस बैठक में तकरीबन सभी 80 विधायक पहुंचे थे और लगभग 2 घंटे चली इस बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया.
आरजेडी की बैठक में फैसला लिया गया है कि पार्टी बीजेपी-आरएसएस की साजिशों के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी. साथ ही तेजस्वी का इस्तीफा देने का कोई सवाल ही नहीं है. इसके साथ ही सभी नेताओं से कहा गया है कि 27 अगस्त को होने वाली आरजेडी की रैली को कामयाब बनाएं.
बैठक के बाद सिद्दीकी ने बताया कि हाल ही में हुए सीबीआई के छापे के बारे में नीतीश कुमार ने लालू यादव से बातचीत की है. नीतीश ने रविवार को लालू यादव से इस मुद्दे पर बात की थी. बैठक में तेजस्वी यादव के काम की तारीफ की गई है.
बैठक में फैसला हुआ है कि तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे. बैठक में राष्ट्रपति चुनावों को लेकर भी चर्चा की गई है. देश में मौजूदा हालात पर चर्चा की गई है. बैठक के बाद सिद्दीकी ने कहा कि देश में अभी घृणा का माहौल है. सरकार के खिलाफ आवाज उठाना सजा हो गया है.
तेजस्वी को CM होना चाहिए
वहीं बैठक शुरू होने से पहले राजद विधायक अरुण यादव ने कहा कि तेजस्वी यादव को इस्तीफा देने की कोई जरुरत नहीं है, उन्हें बिहार का मुख्यमंत्री होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर किया था, उसी प्रकार हम चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी भी भारत छोड़ें.
वहीं बिहार सरकार में मंत्री विजय प्रकाश यादव ने कहा कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को इस्तीफा देने की जरुरत नहीं है. गठबंधन में कोई परेशानी नहीं है. इस्तीफा तो अमित शाह को देना चाहिए. उमा भारती को देना चाहिए. तेजस्वी यादव को इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं है. नीतीश कुमार की चुप्पी पर विजय प्रकाश यादव का कहना है कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है. गठबंधन को कुछ खतरा नहीं है. बिहार सरकार अच्छे से चलेगी.
वहीं दूसरी तरफ, बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने मंगलवार को अपने विधायकों की बैठक बुलाई है. जिस तरीके से लालू के परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में लगातार ईडी और सीबीआई की कार्रवाई चल रही है, उस पर नीतीश कुमार ने चुप्पी साध रखी है. ऐसे में माना ये भी जा रहा है कि उनकी ये खामोशी किसी बड़े सियासी भूचाल की तरफ इशारा कर रही है.
करप्शन के मामले को क्रांति का रूप न दें: नकवी
इस बीच राजद के इस आरोप पर बीजेपी ने कहा है कि इस मसले पर कानून अपना काम करेगा. बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'ये विशुद्ध रूप से करप्शन का मुद्दा हैं और करप्शन के मुद्दे पर क़ानून अपना काम कर रहा हैं. लेकिन लालू यादव और उनके कुछ सहयोगी इस करप्शन के मामले को क्रांति का रूप देने का काम कर रहे हैं, जैसे उन्होंने करप्शन नहीं किया हो बल्कि किसी आंदोलन में भाग लिया हो. जैसे कि वे स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा ले रहे हों. मेरा इतना ही कहना है कि इस मामले को करप्शन का ही रहने दे, इसे क्रांति का रूप ना दे.'
उन्होंने कहा, 'तेजस्वी यादव इस्तीफ़ा देंगे या नहीं ये उनके गठबंधन का मामला है. नीतीश कुमार एक परिवक्व नेता हैं. उन्हें कब बोलना हैं और कब नहीं बोलना है ये वो बहुत अच्छी तरह जानते हैं. गठबंधन बारे में वो ही बता सकते हैं. शरद यादव क्या बोलते हैं या लालू यादव क्या बोलते हैं मैं नहीं जनता हूं, लेकिन इतना ज़रूर कहूंगा कि करप्शन के मामले में क़ानून अपना काम रहा है. गठबंधन या लट्ठबंधन रहेगा या नहीं ये समय बताएगा. या दोनो में लट्ठ बजता है क्या, यह आगे देखते हैं.