
चारा घोटाला के मामले पर सुनवाई के लिए शुक्रवार को एक बार फिर लालू यादव कोर्ट में हाजिर हुए. आरसी 64A/96 और आरसी 68A/96 के मामले पर शुक्रवार को लालू यादव के गवाहों के बयान दर्ज किए जाने थे लेकिन कोई भी गवाह नहीं पहुंच पाया. इस दौरान कोर्ट परिसर में वकीलों ने लालू के साथ सेल्फी भी खिंचवाईं.
इस बीच लालू के वकील की ओर से देवघर और दुमका मामले की सुनवाई हो रही कोर्ट से बदलने की मांग को लेकर सीबीआई की विशेष अदालत से तीन सप्ताह का समय मांगा गया है. दरअसल दोनों ही मामले न्यायाधीश शिवपाल सिंह की कोर्ट में चल रहे हैं. लालू के अधिवक्ता कोर्ट में न्यायधीश शिवपाल सिंह के बर्ताव से काफी नाराज हैं. वे चाहते हैं कि मामले की सुनवाई उनके कोर्ट से अलग दूसरे न्यायधीश के अदालत में ट्रांसफर कर दिया जाए.
लालू के वकील प्रभात कुमार का आरोप है कि गुरुवार को गवाही के दौरान न्यायधीश शिवपाल सिंह ने बचाव पक्ष के गवाह की गवाह प्रति फाड़ दी थी और उन्हें humiliate किया था. कोर्ट बदलने को लेकर इनकी ओर से हाइकोर्ट में अर्जी भी दी जाएगी.
वहीं दूसरी ओर कोर्ट में हाजरी लगाने के बाद लालू यादव ने बार भवन का भ्रमण किया. जहां अधिवक्ताओं द्वारा सेल्फी में लालू को कैद करने की होड़ दिखी. जिसके बाद लालू यादव ने अधिवक्ताओं को संबोधित किया.
इस मौके पर लालू यादव का दर्द भी छलका. लालू ने कहा कि मैंने ही मुख्यमंत्री रहते कोर्ट का भवन बनवाया और यहीं से मुझे जेल भी भेजा जाता है. उन्होंने अधिवक्ताओं से न्याय के लिए लड़ने की अपील भी की और कहा कि आज समाज को अच्छे अधिवक्ता की जरूरत है.