
चारा घोटाले के दूसरे मामले में 3.5 साल की सजा के ऐलान के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को रांची के बिरसा मुंडा जेल से शिफ्ट करके हजारीबाग के ओपन जेल में भेजने की तैयारी शुरू हो गई है. गौरतलब है कि सजा के ऐलान के वक्त विशेष सीबीआई जज शिवपाल सिंह ने ओपन जेल भेजने की अनुशंसा की थी.
दरअसल, सभी दोषी उम्रदराज़ हैं, इसलिए उन्हें बिरसा मुंडा जेल से शिफ्ट करके हजारीबाग के ओपन जेल में भेज देना चाहिए. जहां उन्हें कुछ ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध हो सकती हैं. हजारीबाग स्थित ओपन जेल का उद्घाटन 2013 नवंबर में हुआ था.
इस जेल में 100 कॉटेज हैं. हर कॉटेज में किचन और अटैच्ड बाथरूम की सुविधा उपलब्ध है. कुल मिलाकर यहां 100 कैदी अपनी पत्नी और एक छोटे बच्चे के साथ रह सकते हैं.
खास बात यह भी है कि हर एक कॉटेज में पीने के साफ पानी के लिए एक्वागार्ड भी लगा हुआ है. गौरतलब है कि सजा के ऐलान से पहले लालू ने जज से शिकायत की थी कि उन्हें बिरसा मुंडा जेल में साफ पीने का पानी नहीं मिल रहा है. ऐसे में उनकी यह शिकायत ओपन जेल में खत्म हो सकती है.
गाय-भैंस के साथ रहने से महसूस होगा अपनापनः जज शिवपाल सिंह
हजारीबाग जेल प्रशासन ने इस बात की पुष्टि की है कि बहुत जल्दी इस ओपन जेल के अंदर 10 से 12 गाय और भैंस लाई जाएंगी. माना जा रहा है ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि विशेष सीबीआई जज शिवपाल सिंह ने सजा के ऐलान के वक्त यह टिप्पणी की थी कि ओपन जेल में गाय और भैंस चरते हैं.
ऐसे में लालू समेत सभी 16 दोषी क्योंकि चारा घोटाले के आरोपी हैं, इसलिए अगर वह इन्हीं गाय और भैंस के बीच में रहेंगे तो उन्हें ज्यादा अपनापन महसूस होगा. माना जा रहा है कि लालू समेत सभी दोषियों को 1 से 2 दिन के अंदर ही रांची के बिरसा मुंडा जेल से शिफ्ट करके हजारीबाग की ओपन जेल में लाया जाएगा.