
चेन्नई पहुंचे तीन केन्द्रीय मंत्रियों ए. के. एंटनी, पी. चिदंबरम और गुलाम नबी आजाद के लिए द्रमुक सुप्रीमो करुणानिधि को मनाना और मुश्किल हो गया. एम. करुणानिधि ने केन्द्र सरकार से द्रमुक के मंत्रियों को हटाने और संप्रग सरकार से समर्थन वापस लेने की धमकी दी थी.
करुणानिधि ने मंत्रियों के समक्ष नई मांग रखी दी. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में रखे जाने वाले अमेरिका समर्थित प्रस्ताव पर उनके सुझाए गए दो संशोधनों को माना जाए और संसद में एक प्रस्ताव पारित किया जाए.
करुणानिधि के साथ कांग्रेस के केन्द्रीय मंत्रियों ने करीब ढाई घंटे की बातचीत की. वार्ता के बाद करुणानिधि ने एक बयान में कहा कि केन्द्रीय मंत्रियों ने आश्वासन दिया है कि उनकी मांगें पूरी की जाएंगी.
दूसरी ओर, नई दिल्ली में सरकार ने कहा कि जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि सलाह-मशविरा के लिए मंगलवार को यहां आएंगे. अमेरिका समर्थित प्रस्ताव के अंतिम मसौदे का अध्ययन करने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा.