
बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू और पहलवान साक्षी मलिक ने रियो ओलंपिक में मेडल जीतकर देश की आधी आबादी की आंखों में सपने और मन में अरमानों के बीज बो दिए हैं. हिम्मत और हौंसले की इस हुंकार को खेल के मैदान से राजनीति के मैदान में पहुंचाने का काम शनिवार को राजधानी दिल्ली में किया गया.
पार्टी से जुड़ीं नवयुवतियां
दिल्ली के मावलंकर भवन के खचाखच भरे हॉल में बड़ी तादाद में महिलाएं बीजेपी से जुड़ने के लिए इकट्ठा हुईं. दरअसल बीजेपी महिला मोर्चा ने बड़ी संख्या में नवयुवतियों को पार्टी से जोड़ा है. इस भीड़ में कई चेहरे ऐसे हैं जो राजनीति से पहली बार परिचित हो रहे हैं. कुछ युवतियां पढ़ रही हैं और कुछ जॉब कर रही हैं. मगर सभी के मन में देश के लिए कुछ करने की इच्छा है. सभी के मन में पीवी सिंधू का मेडल है. सभी के लबों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' योजना है.
स्टैंड अप-स्किल इंडिया से जोड़ेगी सरकार
बीजेपी ने दिल्ली शहर से 18 से 35 आयु वर्ग की लगभग तीन हजार दो सौ नई महिलाओं को पार्टी से जोड़ा है. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने भी इन युवतियों के लिए स्टैंड अप-स्किल इंडिया मुहीम को और ज्यादा विस्तार देने की बात कही है.
कुछ कर गुजरने की तमन्ना में बेटियां
जाहिर है ओलंपिक में शटल की रफ्तार और कुश्ती के दांव-पेंच से मुतासिर होकर इन लड़कियों ने राजनीति की रफ्तार और इसकी नूरा कुश्ती में दो-दो हाथ आजमाने का निर्णय लिया है. देश बदलने और देश के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना लिए इन बेटियों के सामने समय इंतजार की किताब लिए खड़ा है, ताकि इनका नाम इंदिरा गांधी, सुषमा स्वराज, सोनिया गांधी और ममता बनर्जी की तरह इतिहास में दर्ज हो सके.