
पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी मुजम्मिल भट्ट उर्फ अबु हुरेरा ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को मौत के घाट उतारने की प्लानिंग की थी, लेकिन उसकी साजिश ऐन मौके पर विफल हो गई.
26/11 के बाद करनी थी हत्या
मुजम्मिल एक लोकल यूनिवर्सिटी के लेक्चरर की मदद से उमर अब्दुल्ला की हत्या करने के लिए व्यापक प्लानिंग कर चुका था. तय किया गया था कि 26/11 नरसंहार के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन सीएम को निशाना बनाया जाएगा .
दो दिन पहले सुरक्षा एजेंसियों ने कर दिया ऑपरेशन नाकाम
जिस दिन वो अपनी प्लानिंग को अंजाम देने वाला था, उससे दो दिन पहले ही सुरक्षा एजेंसियों को इसकी भनक लग गई और उसका प्लान चौपट हो गया. इंडिया टुडे टीवी के अनुसार सुरक्षा एजेंसियां मुजम्मिल के ऑपरेशन को अंदाम देने से पहले ही फोन पर हुई एक बातचीत को समझने की कोशिश में लग गईं थीं. एजेंसियां पाकिस्तान और कश्मीर में बैठे लश्कर-ए-तैयबा के दो कमांडरों के बीच हुई फोन पर बातचीत की टैपिंग को जल्द से जल्द डिकोड करना चाहतीं थीं. जब एजेंसियों ने आखिरकार इसे सुलझा लिया तो वो ये जानकर हैरान थे आतंकियों के निशाने पर मुख्यमंत्री थे.
रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि 17 अप्रैल 2010 की सुबह उमर की हत्या करने की प्लानिंग की गई थी लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने 15-16 अप्रैल की रात को ही इसे डिकोड कर लिया. फोन पर हुई इस बातचीत में कोड वाली भाषा में ही बात की गई थी.
इस तरह मारने की थी प्लानिंग
मुजम्मिल ने दो लोगों को सुसाइड बॉम्बर बनने के लिए तैयार कर लिया था. इसमें वो दो स्थानीय लोगों की मदद ले रहा था, जिनमें से एक सरकारी कॉलेज का लेक्चरर बताया गया. लेक्चरर की पहचान नहीं हो सकी है लेकिन उसे स्थानीय इंटेलिजेंस से जानकारियां इकट्ठा करने के लिए कहा गया था. प्लान था कि जब उमर अब्दुल्ला हर शुक्रवार की तरह एक यूनिवर्सिटी कैंपस के नजदीक एक मस्जिद में नमाज अदा करने आएंगे, तो सुसाइड बॉम्बरों के जरिए उन्हें उड़ा दिया जाएगा.
हेडली का हैंडलर है मुजम्मिल
मुजम्मिल भट्ट मुंबई हमलों के मास्टर माइंड डेविड कोलेमन हेडली का पाकिस्तानी हैंडलर बताया जाता है.