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गुजरात के मेहसाणा में पाटीदार आरक्षण आंदोलन की वजह से भड़की हिंसा के बाद लगाया गया कर्फ्यू सोमवार सुबह 6 बजे के बाद हटा लिया गया. हालांकि एहतियात के तौर पर सूरत और मेहसाणा में अब भी धारा 144 लगाई गई थी लेकिन बाद में इसे भी हटा लिया गया. इसके हटने के बाद मेहसाणा जिले के मोदेरा रोड स्थित प्रदेश के गृह मंत्री रजनी पटेल के घर में पाटीदार आंदोलनकारियों ने आग लगा दी.
राज्य की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. सीएम आनंदीबेन पटेल ने ट्वीट करके लोगों से अपील की. उन्होंने कहा कि हिंसा किसी मामले का समाधान नहीं है. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सीएम से फोन पर बातचीत कर हालात की जानकारी ली. गृहमंत्री ने शांति बनाए रखने के लिए जरूरी मदद का भरोसा भी दिलाया.
पाटीदारों ने किया है गुजरात बंद का ऐलान
आनंदीबेन ने कहा था कि ऐसे आंदोलन तो होते रहते हैं. सरकार का काम विकास कार्यों के जरिए जनता की सेवा करना है. हम उसी पर फोकस कर रहे हैं. पाटीदारों ने सोमवार को गुजरात बंद का ऐलान किया है. आंदोलनकारियों ने हिरासत में लिए गए पाटीदारों को तुरंत छोड़ने की मांग की.
डीएम की गाड़ी को आग के हवाले किया
मेहसाणा में आंदोलन के दौरान बिगड़े हालात पर काबू पाने के लिए रविवार दोपहर कर्फ्यू लगाया गया था. जिला प्रशासन ने नोटिस जारी कर अगले 24 घंटों के लिए इलाके में इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी थी. इसके बाद आंदोलनकारियों ने जिला कलेक्टर (डीएम) की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया. अहमदाबाद और राजकोट में 12 घंटों के लिए इंटरनेट सेवा रोक दी गई.
सूरत में धारा 144, अहमदाबाद में सुरक्षा बढ़ी
आंदोलन को देखते हुए अहमदाबाद के केके नगर चौराहे और वस्त्राल चौराहे पर सुरक्षा बढ़ाई गई है. ये पाटीदार बहुल इलाके हैं. सूरत और राजकोट में भी कई जगहों पर धारा 144 लगा दी गई है. पुलिस कमिश्नर आशीष भाटिया ने कहा कि राज्य की शांति भंग करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा.
आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा
आंदोलन के दौरान कुछ लोगों ने रविवार को राज्य के गृह मंत्री रजनी पटेल के मेहसाणा ऑफिस में तोड़फोड़ की और तीन बाइकों को आग के हवाले कर दिया. वहीं स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल कि ऑफिस पर भी पथराव की खबरें भी आईं. नितिन पटेल ने पाटीदारों से शांति बनाए रखने की अपील की है. बताया जा रहा है कि हिंसा की वारदातों के पीछे पाटीदार आंदोलन करने वाले हार्दिक पटेल के समर्थकों का हाथ है. वे लोग हार्दिक की रिहाई की मांग कर रहे हैं.
हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारी
पाटीदारों ने हार्दिक के समर्थन में जेल भरो आंदोलन शुरू किया. आंदोलन के दौरान हिंसा की घटनाओं के बाद पुलिस ने पाटीदारों पर लाठीचार्ज भी किया. इसके बाद आंदोलन कर रहे 435 पाटीदारों को हिरासत में ले लिया गया.
जेल में बंद है हार्दिक पटेल
हार्दिक फिलहाल देशद्रोह के मामले में सूरत जेल में बंद हैं. बीते साल हार्दिक ने अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत पाटीदारों को आरक्षण देने की मांग उठाई थी, जिसमें लाखों लोगों ने उसका समर्थन किया था.