
उत्तर प्रदेश के चुनावी मौसम में सभी दलों के नेता धुआंधार प्रचार करने में जुटे हैं. बीजेपी के हाई प्रोफाइल नेताओं में से एक राजनाथ सिंह लगभग 70 रैली कर चुके हैं. वह कानून-व्यवस्था को यूपी का सबसे बड़ा संकट मानते हैं. उत्तर प्रदेश के वर्तमान समीकरण पर उनसे खास बातचीत.
कानून-व्यवस्था के मामले में सपा-बसपा एक जैसे
जहां पर प्रतिदिन 13 हत्या होती हैं, कई रेप की घटनाएं होती है और छोटी-मोटी घटनाओं की बात छोड़ दो , डकैती की घटनाएं होती हैं उस प्रदेश के बारे में चुस्त-दुरुस्त कानून व्यवस्था की बात कोई करता है तो यह दावा पूरा तरह खोखला है, जनता को गुमराह करने वाला है. बहन जी के राज में भी कानून व्यवस्था कभी सही नहीं थी. किसने गलतफहमी पैदा की? भाजपा सरकार के दौरान कानून-व्यवस्था सबसे अच्छी थी. कानून-व्यवस्था के मामले में समाजवादी पार्टी और बसपा 19 और 20 ही हैं.
हम षडयंत्र रचना नहीं जानते
(गायत्री प्रजापति मामले पर) हम लोग षडयंत्र रचना नहीं जानते. मगर मैं यह कहता हूं किसी नेता पर चरित्र से संबंधित चार्ज लग जाए और प्राथमिक तौर पर सिद्ध हो जाए तो उसे तुरंत अपने पद से त्याग पत्र दे देना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट का आदेश आए तो ये जान लीजिए कि प्राथमिक तौर पर मामला बन रहा है. सुप्रीम कोर्ट ऐसे ही आदेश नहीं करेगा. प्रजापति का बचाव आखिर क्यों हो रहा है?
बीजेपी को मिलेगी पूर्ण बहुमत
अखिलेश का बीपी हाई है, उनको सभी का बीपी हाई दिखाई देता है. तिलमिलाहट उनको होगी जो हार रहे है. वह दावा करते थे कि सरकार बनाएंगे. भाजपा पूरी तरह से आश्वस्त है. हम पूर्ण बहुमत हासिल करेंगे.
भाजपा सबसे सेकुलर पार्टी
इन लोगों ने समाज में विभाजन करके अपनी सरकार बनाई, जाति मजहब के नाम पर बांटा. इन्होंने फरमान जारी कराए. भाजपा का यह मानना है, यह विचारधारा है कि इंसान और इंसान के बीच नफरत नहीं पैदा की जा सकती. हिंदुस्तान की सबसे सेकुलर पार्टी है बीजेपी. बीजेपी देश को बदलने की राजनीति करती है.
ये लोग जाति, मजहब, पंथ के नाम पर भेदभाव ना करें तो जीत नहीं सकते हैं. सपा का न तो आधार है न कोई आदर्श या सिद्धांत वह भेदभाव की राजनीति करती है. पीएम ने जो कहा, सही कहा. किसी के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए सबको एक ही नज़र से देखना चाहिए. विपक्ष ने बीजेपी के खिलाफ मुस्लिमों के मन में आशंका पैदा की. भारतीय जनता पार्टी को लेकर मुस्लिमों के बीच अब नजरिया बदल रहा है. लोकसभा में भी हमारे मुस्लिम मंत्री है. जिस प्रदेश में भी मौका मिलता है हम मुस्लिम कैंडिडेट चुनते हैं. सभी जगह हमारे मुस्लिम मंत्री हैं.
मुस्लिमों का प्रतिनिधित्व होना चाहिएमैं मानता हूं सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व होना चाहिए. हम आगे कुछ लोगों को तैयार करेंगे कि वह चुनाव लड़ें और जीतें. इस समय प्रत्याशी नहीं मिला, इसलिए लोगों ने ऐसा फैसला किया. पार्टी में मुस्लिम नेता खड़े हो रहे हैं. शाहनवाज हुसैन, मुख्तार अब्बास नकवी, एम जे अकबर जैसे कई नेता हमारी पार्टी में हैं.