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आदमखोर तेंदुए के कारण दहशत में थे लोग, वन विभाग ने पकड़ा

वन विभाग ने अलग-अलग जगहों पर पिंजरे भी लगाए हुए थे. कई बार तेंदुए को इलाके में देखा गया, पर किसी भी पिंजरे में वो कैद नहीं हुआ.  लगातार बढ़ रहे तेंदुए के हमले से ग्रामीण सहमे हुए थे.

पकड़ा गया आदमखोर तेंदुआ पकड़ा गया आदमखोर तेंदुआ
सुरभि गुप्ता/सुनील नामदेव
  • रायपुर,
  • 31 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 6:03 PM IST

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के खमडोंगरी इलाके के ग्रामीणों ने उस वक्त राहत की सांस ली, जब आदमखोर तेंदुआ वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया. पिछले कुछ महीनों से इस तेंदुए ने लोगों की नींद उड़ा रखी थी. ग्रामीणों के मुताबिक इस आदमखोर तेंदुए ने इलाके की दो महिलाओं और कई मवेशियों को अपना शिकार बनाया था. पहली बार हुए हमले के बाद से ही ग्रामीण और वन विभाग की टीम इस तेंदुए की तलाश में जुटे हुए थे.

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दहशत में थे गांव के लोग

वन विभाग ने अलग-अलग जगहों पर पिंजरे भी लगाए हुए थे. कई बार तेंदुए को इलाके में देखा गया, पर किसी भी पिंजरे में वो कैद नहीं हुआ. लगातार बढ़ रहे तेंदुए के हमले से ग्रामीण सहमे हुए थे. वो शाम होने के बाद घर से बाहर निकलना मुनासिब नहीं समझते थे.

आखिरकर पकड़ा गया आदमखोर तेंदुआ

बीती रात जब गांव की एक महिला की नजर तेंदुए पर पड़ी, तब उसने ग्रामीणों और वन विभाग को इस बारे में सूचित किया. वन विभाग के अमले ने गांव वालों के साथ मिलकर फिर से पिंजरा लगाया. इस बार तेंदुए को फंसाने के लिए वन विभाग ने एक बकरी को पिंजरे के अंदर रखा. बकरी को अपना शिकार बनाने के लिए जैसे ही तेंदुआ उस पर झपटा पिंजरे का दरवाजा बंद हो गया और तेंदुआ उसमें कैद हो गया. इलाके के डीएफओ श्रीराम तेंदुए को सुरक्षित केशकाल के घने जंगलों में छोड़ा जाएगा. तेंदुए के पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है.

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