Advertisement

विधानसभा में AAP ने LG पर साधा निशाना, हंगामे पर शायराना हुए नजीब जंग

इससे पहले विधानसभा की कार्यवाही के दौरान बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने प्रीमियम बस सर्विस को लेकर स्थगन नोटिस दिया, जिसे स्पीकर ने खारिज कर दिया.

एलजी नजीब जंग एलजी नजीब जंग
स्‍वपनल सोनल/कपिल शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 09 जून 2016,
  • अपडेटेड 12:17 AM IST

दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को आम आदमी पार्टी के विधायकों ने उपराज्यपाल नजीब जंग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. विधायकों का आरोप है कि एलजी राज्य में राशन माफिया को समर्थन दे रहे हैं. स्पीकर ने मामले की जांच के लिए 9 सदस्यीय कमिटी का गठन कर दिया है, वहीं उपराज्यपाल नजीब जंग ने इस हंगामे का जवाब शायरी से दिया है.

Advertisement

विधानसभा के विशेष सत्र के बाद एलजी कार्यालय ने एक विज्ञप्ति जारी की है. इसमें सबसे ऊपर एलजी नजीब जंग की प्रतिक्रिया लिखी हुई है, 'उम्र-ए-दराज मांग कर लाए थे चार दिन, दो आरजू में कट गए और दो इख्तलाफ में.'

'विधवा महिला के नाम से अलॉट है शॉप'
राजभवन की ओर से जारी बयान में आगे लिखा गया है, 'बुरारी का फेयर प्राइस शॉप जिसका नंबर 8689 है, वह एक विधवा महिला श्रीमति रजनी को अलॉट किया गया था. कोर्ट में जिरह के दौरान 24 अप्रैल 2015 को यह कहा गया कि बुरारी से विधायक अपने 200 समर्थकों के साथ दुकान पर पहुंचे और उन्होंने वहां न सिर्फ दुकानदारी को प्रभावित किया, बल्कि‍ दुकान से जबरन अनाज लेकर भी चले गए.'

पुलिस कमिश्नर को दिए जांच के आदेश
मामले में विधवा की अपील और सभी तर्कों को दलीलों को देखते हुए एलजी ने जांच के आदेश दिए. जिसके बाद दुकान का लाइसेंस वापस विधवा के नाम पर जारी किया गया. बयान में आगे लिखा गया है, 'अदालत की कार्यवाही के हिस्से के रूप में, माननीय उपराज्यपाल को भी पुलिस कमिश्नर को आदेश दिया कि अगर मामले में किसी व्यक्ति‍ द्वारा कोई आपराधि‍क कृत्य हुआ है तो केस दर्ज किया जाए.' एलजी ने मामले में फूड सप्लाइज एंड कंज्यूमर अफेयर्स के कामकाज पर भी सवाल उठाए और मुख्य सचिव को मामले की जांच के आदेश दिए.

Advertisement

सदन में विपक्ष का स्थगन प्रस्ताव खारिज
इससे पहले विधानसभा की कार्यवाही के दौरान बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने प्रीमियम बस सर्विस को लेकर स्थगन नोटिस दिया, जिसे स्पीकर ने खारिज कर दिया. इस पर गुप्ता ने कहा, 'विधानसभा में मनमानी की जा रही है. सदन में लोकतंत्र की हत्या हो रही है. सदन में सिर्फ गाली गलौज हो रहा है. ऐसा लगता हे कि सिर्फ एमसीडी को कोसने के लिए सदन की कार्यवाही बुलाई गई.' बीजेपी ने इसके बाद सदने से वाकआउट भी कर दिया.

विपक्ष नेताओं ने सवाल उठाए और कहा कि सरकार ने अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए विशेष सत्र बुलाया है. तीनों नगर निगम के फंड बकाए और 400 करोड़ के वॉटर टैंकर घोटाला को लेकर भी विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement