
भारतीय टीम जिम्बाब्वे के खिलाफ 11 जून को तीन वनडे और तीन टी-ट्वेंटी मैचों की सीरीज का आगाज करेगी. वर्तमान समय में दोनों टीमों के खेल में बेहद ज्याद अंतर है. यही कारण है कि इस दौरे पर भारत अपनी पूरी मजबूत टीम भी नहीं भेज रहा है. टीम के कई बड़े खिलाड़ियों को इस दौरे पर ना भेजकर आराम दिया गया है.
लेकिन हमेशा से ऐसा नहीं रहा है. एक समय ऐसा भी था, जब दोनों टीमों के बीच खेल रोमांच की हद तक पहुंच जाया करता था. भारत की तरह जिम्बाब्वे की टीम में भी कई बड़े-बड़े नाम थे. यहां हम इन दोनों देशों के बीच हुए उन मैचों की बात करेंगे, जो ये बताएंगे कि एक समय इनके बीच खेले जाने वाले मुकाबलों का स्तर कितना ऊंचा था.
दोनों ही टीमों के बीच कई बार करीबी मैच हुए है. दो बार इनके बीच टाई हुआ है. हैरान कर देने वाली बात ये है कि इन करीबी मुकाबलों में ज्यादातर टीम इंडिया को ही शिकस्त मिली है.
1) हीरो कप (18 नवंबर, 1993)
इंदौर में हुआ यह बेहद करीबी मुकाबला टाई पर खत्म हुआ. पहले खेलते हुए भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में 248 रन बनाए. इसके जवाब में जिम्बाब्वे भी 50 ओवरों में 248 रन बनाकर ऑल आउट हो गया और मैच बेनतीजा रहा. आखिरी गेंद पर हीथ स्ट्रीक को रन आउट कर भारत ने हार को टाला.
2) स्टैंडर्ड बैंक इंटरनेशनल वनडे सीरीज (27 जनवरी, 1997)
साउथ अफ्रीका के पार्ल में हुआ ये मैच भी बेहद रोमांच मोड़ पर जाकर टाई पर खत्म हुआ. लो स्कोरिंग इस मैच में जिम्बाब्वे ने पहले खेलते हुए 236 रन बनाए. इसका पीछा करते हुए भारत की बल्लेबाजी भी धीमी रही. बाद में रॉबिन सिंह ने 31 गेंदों पर 48 रन बनाकर टीम को जीत के करीब पहुंचाया, लेकिन आखिरी ओवर की एक गेंद पहले वो रन आउट हो गए और भारत की टीम भी 236 पर ऑल आउट हो गई. ओपनिंग पर आए सौरव गांगुली ने 79 गेंदों में सिर्फ 38 रन बनाए.
3) आईसीसी वर्ल्ड कप (19 मई, 1999)
इंग्लैंड के लीसेस्टर में खेला गया वर्ल्ड कप का यह मैच भारत सिर्फ 3 रनों से हार गया. पहले खेलते हुए जिम्बाब्वे ने 50 ओवरों में 252 रन बनाए. धीमी ओवर गति के कारण भारत के चार ओवर कम कर दिए गए, जिसके कारण टीम इंडिया को ये लक्ष्य 46 ओवर में ही बनाना था. लेकिन टीम 45 ओवरों में ही 249 रनों पर सिमट गई.
4) भारत बनाम जिम्बाब्वे सीरीज (8 दिसंबर, 2000)
जोधपुर में खेला गया दोनों देशों के बीच ये मैच रोमांच के चरम तक पहुंचा, लेकिन एक बार फिर हार भारत के हिस्से आई. 283 रनों का पीछा करने उतरी जिम्बाब्वे की टीम ने 1 विकेट और 1 गेंद बाकी रहते ये मैच जीता. इस मैच में सचिन तेंदुलकर ने 146 रन बनाए, जबकि जहीर खान ने ओलोंगा के एक ओवर में 4 छक्के लगाए.
5) भारत बनाम जिम्बाब्वे सीरीज (7 मार्च, 2002)
फरीदाबाद में खेला गया ये मैच दोनों देशों के बीच सबसे ज्यादा रोमांचक रहा. 275 रनों के टारगेट का पीछा कर रही जिम्बाब्वे के एक समय 210 रनों पर 8 विकेट गिर चुके थे, और मैच में सिर्फ औपचारिकता बाकी रह गई थीं. लेकिन 10वें नंबर पर आए डग मैरीलियर ने मात्र 24 गेंदो में 56 रनों की पारी खेलकर भारत के हाथों में आई जीत को छीन लिया. जिम्बाब्वे ने 2 गेंद और 1 विकेट बाकी रहते ये मैच जीता.
6) वीबी सीरिज (24 जनवरी, 2004)
ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में एक बार फिर भारत-जिम्बाब्वे के बीच करीबी मैच खेला गया. लेकिन इस बार बाजी भारत के हाथ लगी. 281 रनों का पीछा कर रही जिम्बाब्वे की टीम जीत से 3 रन पीछे रह गई. एक समय जिम्बाब्वे आसानी से जीत की ओर बढ़ रहा था, और उसका स्कोर 261 पर 5 विकेट था. 12 गेंदों में उसे 20 रनों की जरूरत थी, जो कि ज्यादा मुश्किल नहीं लग रहा था. लेकिन भारतीयों की सटीक गेंदबाजी के आगे जिम्बाब्वे सिर्फ 16 रन बना सका और 3 रन से मैच हार गया.