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अखिलेश की यात्रा के लिए शिवपाल ने दी दुआएं, एक किलोमीटर भी नहीं चल पाया CM का रथ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की बहुप्रचारित रथ यात्रा गुरुवार को मुलायम सिंह की मौजूदगी में शुरू होगी. लेकिन रथ यात्रा शुरू होने से पहले ही समाजवादी पार्टी के समर्थक आपस में भ‍िड़ गए. सपा के समर्थकों ने लखनऊ में एक-दूसरे पर कुर्सियां फेंकीं.

अखिलेश की रथ यात्रा शुरू अखिलेश की रथ यात्रा शुरू
अभि‍षेक आनंद/BHASHA
  • लखनऊ,
  • 03 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 8:24 AM IST

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की बहुप्रचारित रथ यात्रा गुरुवार को मुलायम सिंह के हरी झंडी दिखाने के साथ शुरू हो गई. हालांकि, यात्रा शुरू होने के कुछ देर बाद खबर आई कि अखिलेश के 'रथ' में कुछ तकनीकी दिक्कत आ गई है. उन्हें कार में शिफ्ट किया गया है. अख‍िलेश का रथ मुश्लिक से एक किलोमीटर ही चल पाया. अखिलेश ने 'आज तक' से बातचीत में कहा कि इस रथ यात्रा का मकसद अपने कामों को जनता के बीच लेकर जाना है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को बताना पड़ेगा कि उन्होंने जनता के लिए क्या काम किया है. उन्होंने पार्टी में किसी तरह के मनमुटाव से इनकार किया. अखिलेश ने कहा कि महागठबंधन पर फैसला नेताजी लेंगे.

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रथ को हरी झंडी दिखाने के मौके पर मुलायम ने कहा कि वे पाकिस्तान के साथ युद्ध नहीं चाहते और चाहते हैं कि जवानों की जान भी न जाए. उन्होंने बीच का रास्ता अपनाने को कहा. मुलायम सिंह का उन्होंने ये भी कहा कि सपा की बहुमत से सरकार बननी चाहिए.

मुलायम सिंह ने कहा है कि सिर्फ नारों से काम नहीं चलेगा, काम भी करना होगा. शिवपाल यादव ने इस दौरान अखिलेश को शुभकामनाएं दी और रथ यात्रा को सफल बनाने की अपील की, लेकिन अखिलेश ने शिवपाल यादव के बारे में कुछ नहीं कहा. मुलायम सिंह ने कहा है कि अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने से ही परिवर्तन आएगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को शहीदों के परिवार से मुलाकात करनी चाहिए, हमारी सेना बेस्ट है. अखिलेश यादव ने कहा है कि यूपी की जनता इतिहास इस बार फिर दोहराएगी. उन्होंने कहा कि तीसरी बार यूपी में रथ चलाने का मौका मिल रहा है. उन्होंने रथ के जरिए ज्यादा से ज्यादा जनता के बीच जाने की बात कही. अखिलेश ने कहा कि यूपी चुनाव देश की दिशा तय करेगा. उन्होंने कहा कि लोगों ने साजिश की, जिससे हम डगमगाए.

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अखिलेश के साथ मंच पर मुलायम सिंह यादव और शिवपाल भी पहुंचे. शिवपाल ने रथ यात्रा के लिए अखिलेश यादव को शुभकामनाएं दी और कहा कि उम्मीद है कि ये यात्रा सफल होगी. उन्होंने ये भी कहा है कि वे बीजेपी की सरकार नहीं बनने देंगे. रथ यात्रा शुरू होने से पहले ही समाजवादी पार्टी के समर्थक आपस में भ‍िड़ गए. सपा के समर्थकों ने लखनऊ में एक-दूसरे पर कुर्सियां फेंकीं.

हालांकि, रथ यात्रा समाजवादी पार्टी में जारी खींचतान पर विराम लगा पाएगी, इस पर संदेह अब भी बना हुआ है. इस रथ यात्रा से सपा में एकता के दावों की वास्तविकता भी सामने आ जाएगी.

इससे पहले शिवपाल ने अखिलेश की रथ यात्रा में हिस्सा लेने संबंधी सवालों को टालते हुए कहा था ‘मैं पांच नवंबर को सपा के रजत जयंती समारोह की तैयारियां कर रहा हूं. अगर तीन नवंबर को रथ यात्रा है तो पांच नवंबर को सपा का सिल्वर जुबली कार्यक्रम है.’

शिवपाल ने एक सवाल पर कहा था कि पार्टी कार्यकर्ताओं को समाजवाद का इतिहास पढ़ना चाहिये. पार्टी में अनुशासन होना बहुत जरूरी है. आपने 24 अक्तूबर को देखा कि जिन लोगों को बैठक में नहीं बुलाया गया था, वे भी उसमें चले आए.


रथ यात्रा के पहले चरण के प्रभारी साजन ने कहा कि रथ यात्रा के दौरान प्रत्येक दो किलोमीटर पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया जाएगा और वह विभिन्न स्थानों पर जनता को सम्बोधित भी करेंगे.

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मुख्यमंत्री के काफिले में पांच हजार से ज्यादा वाहन शामिल होंगे. इस दौरान यह संदेश देने की कोशिश की जाएगी कि अखिलेश ही सपा का सर्वस्वीकार्य चेहरा हैं. लखनऊ से उन्नाव के बीच अखिलेश की रथ यात्रा के 60 किलोमीटर से ज्यादा लम्बे रास्ते पर दोनों ओर बैनर और पोस्टर की भरमार है. अखिलेश और शिवपाल की आपसी तल्खी जगजाहिर होने के बीच एक होर्डिंग में लिखा गया है- ‘शिवपाल कहें दिल से, अखिलेश का अभिषेक फिर से.’ वहीं, अनेक होर्डिंग और बैनर पर अखिलेश सरकार के कार्यों की तारीफ की गयी है.

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