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सीसीटीवी फुटेज से खुलासाः जाट आंदोलन के दौरान जमकर हुई लूटपाट

रोहतक समेत कई शहरों में सीसीटीवी में जाट आंदोलन के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से पहले की गई लूटपाट की तस्वीरें सामने आई है.

जाट आरक्षण के नाम पर लूट, हिंसा और दंगा के हालात बेकाबू रहे जाट आरक्षण के नाम पर लूट, हिंसा और दंगा के हालात बेकाबू रहे
केशव कुमार
  • रोहतक,
  • 27 फरवरी 2016,
  • अपडेटेड 6:09 PM IST

हरियाणा में 15 दिनों से अधिक वक्त से चल रहे जाट आरक्षण आंदोलन के नाम पर उपद्रवियों की करतूतों का हैरतअंगेज खुलासा होने लगा है. रोहतक समेत कई शहरों में सीसीटीवी में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से पहले की गई लूटपाट की तस्वीरें सामने आई है.

मोबाइल और दवाई दुकानों में लूट
आंदोलन के दौरान जाट दंगाइयों के उपद्रव की और तस्वीरें सामने आई हैं. दुकानों में लगे सीसीटीवी में रिकॉर्ड तस्वीरों में दिखाई दे रहा है कि दुकानों में जाकर उपद्रवियों ने पहले तसल्ली से महंगे सामान उठा कर कब्जे में लिए. बाद में बेदर्दी से तोड़फोड़ और आगजनी की. मोबाइल की दुकानों और दवाइयों की दुकानों के कुछ ऐसे ही वीडियो सामने आए हैं.

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सुरक्षा बलों के सामने तांडव
जाट आरक्षण के नाम पर लूट, हिंसा और दंगा के हालात बेकाबू रहे. आंदोलन के केंद्र रोहतक में तो सेना और सरक्षा बलों की मौजूदगी के बाद भी हालात बेकाबू रहे. सीसीटीवी से मिले फूटेज में इसका जवाब भी मिलता है. कई जगों पर मोबाइल से खींची गई तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि सड़क पर जाट उपद्रवी तांडव कर रहे हैं. वहीं सड़क किनारे खड़े हुए सुरक्षा बल हाथों में हथियार, सिर पर हेलमेट और बदन पर जैकेट पहन कर तमाशा देख रहे हैं.

आईजी और डीजीपी में ठनी
इस मामले को लेकर पुलिस प्रशासन में आपस में ठन गई है. रोहतक रेंज के आईजी श्रीकांत जाधव की मामले से जुड़ी चिट्ठी सामने आने के बाद हरियाणा के डीजीपी ने आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने आईजी श्रीकांत जाधव पर ही उलटा आरोप जड़ दिया. डीजीपी ने जाधव पर आरोप लगाया कि दंगे के वक्त शहर की फिक्र छोड़कर आईजी ने झज्जर के एसपी को उनकी फोर्स के साथ अपने घर की सुरक्षा करने के लिए भेज दिया था. जाट आंदोलन के दौरान डीजीपी पर आईजी जाधव की चेतावनी को नजरअंदाज करने का आरोप लगा है.

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अब तक 239 केस, 71 गिरफ्तारी
रोहतक के एसपी शशांक आनंद ने इस बारे में बताया कि जिले में हालात काबू में आ रहे हैं. हमने कई इलाकों में पुलिस की 24 घंटे मौजूदगी तय करवाई है. उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान हिंसा, दंगा, लूट वगैरह मामले में अब तक 239 केस दर्ज कर 71 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. भुपेंद्र सिंह हुड्डा के पूर्व सलाहकार प्रोफेसर वीरेंद्र मामले में एसपी ने बताया कि उनके खिलाफ एफआईआर करने के बाद एसआईटी जांच कर रही है. मामले के दो अन्य आरोपियों को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया गया है.

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