
उत्तर प्रदेश की लखनऊ पुलिस ने उपद्रवियों की फोटो जारी की है, साथ ही जनता से अपील की है कि इनकी पहचान होते ही पुलिस को सूचना दे. लखनऊ पुलिस ने कहा है कि सूचना देने वालों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी, हेल्प लाइन नंबर भी जारी किया है.
बता दें कि नए नागरिकता कानून के विरोध में लखनऊ में हुई हिंसा मामले में पुलिस एक्शन में नजर आ रही है. लखनऊ में 250 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है. इसके अलावा 70 लोगों को जेल भी भेज दिया गया है. वहीं, प्रशासन सोशल मीडिया अकाउंट पर भी नजर रख रहा है.
विरोध प्रदर्शन में आरोपियों को भेजा गया जेल
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जिन लोगों को जेल भेजा गया है उनमें दीपक कबीर उर्फ दीपक मिश्रा, एसआर दारापुरी जैसे लोग भी शामिल हैं. प्रशासन ने अब तक 13 हजार सोशल मीडिया अकाउंट की पहचान की है जिन पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. यूपी में मचे बवाल के बाद अभी तक 60 एफआईआर दर्ज की गई है. सोशल मीडिया के जरिये हिंसा भड़काने के आरोप में तकरीबन 100 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
अभी हाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया था कि विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों को चिह्नित किया जाएगा और उनकी संपत्ति जब्त कर नुकसान की भरपाई की जाएगी. इसे देखते हुए सरकार ने 4 लोगों की एक टीम बनाई है जो दंगाइयों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू करेगी. यह टीम सरकारी संपत्ति के नुकसान का जायजा लेगी और अगले कदम पर कार्रवाई शुरू करेगी.
लखनऊ हिंसा
लखनऊ में नए नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हो गया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों पर हमला कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. इसके साथ ही लखनऊ में प्रदर्शनकारियों ने मीडिया पर भी हमला किया और मीडिया की गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया.