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महाराष्ट्र में शिवसेना को पहली बार मिल रहा है 'होम', NCP के साथ हुई ये डील

महाराष्ट्र में एनसीपी लंबे समय से गृह मंत्रालय को अपने कोटे में रखे हुए है. 1999 से लेकर 2014 के बीच पांच बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बदल गए, लेकिन गृह मंत्रालय का जिम्मा एनसीपी के पास ही रहा. शरद पवार इस बार ये पावरफुल मंत्रालय शिवसेना के लिए कुर्बान करने को तैयार हैं.

एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो- पीटीआई) एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो- पीटीआई)
साहिल जोशी/पंकज उपाध्याय
  • मुंबई,
  • 07 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 1:42 PM IST

  • पहले शिवसेना का जोर शहरी विकास मंत्रालय की ओर था
  • इस बार पवार की एनसीपी शिवसेना के लिए देगी कुर्बानी

महाराष्ट्र के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब शिवसेना को राज्य का गृह मंत्रालय मिलने जा रहा है. 1999 से लेकर 2014 तक महाराष्ट्र का गृह मंत्रालय लगातार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पास रहा है. लेकिन इस बार गठबंधन धर्म के दबाव में झुकते हुए एनसीपी ये अहम मंत्रालय शिवसेना को देने पर राजी हो गई है.

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'होम' पर शरद-उद्धव की लंबी मुलाकात

सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से लंबी बात की. ये मुलाकात वर्ली में हुई. इस दौरान पोर्टफोलियो के बंटवारे पर विस्तार से चर्चा हुई. मीटिंग में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शहरी विकास मंत्रालय के बदले अपनी पार्टी के लिए गृह मंत्रालय की जोरदार पैरवी की.

सूत्र बताते हैं कि सीएम पद पर रहने के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को गृह मंत्रालय का महत्व समझ में आ गया है, अब वे हर हालत में इस मंत्रालय को अपनी पार्टी के लिए चाहते हैं. इस मीटिंग में शिवसेना के रणनीतिकार संजय राउत, शिवसेना के विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे, वरिष्ठ पार्टी नेता सुभाष देसाई, एनसीपी नेता जयंत पाटिल और एनसीपी नेता अजित पवार शामिल थे.

1999 से पवार के पास है गृह मंत्रालय का पावर

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बता दें कि महाराष्ट्र में एनसीपी लंबे समय से गृह मंत्रालय को अपने कोटे में रखे हुए है. 1999 से लेकर 2014 के बीच पांच बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बदल गए, लेकिन गृह मंत्रालय का जिम्मा एनसीपी के पास ही रहा. शरद पवार इस बार ये पावरफुल मंत्रालय शिवसेना के लिए कुर्बान करने को तैयार हैं.

सूत्र बताते हैं कि पहले शिवसेना का जोर शहरी विकास मंत्रालय की ओर था. पार्टी सरकार गठन से ही इस मंत्रालय को मांग रही थी, लेकिन अब शिवसेना ने मन बदल लिया है. बता दें कि 1995 में जब शिवसेना ने महाराष्ट्र में पहली बार सरकार बनाई थी, उस दौरान भी गृह मंत्रालय का पद बीजेपी के पास था. 2014 में जब शिवसेना ने बीजेपी के साथ सरकार बनाई तो भी इस मंत्रालय पर बीजेपी ने अपना दावा बरकरार रखा. पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सुनिश्चित किया कि ये मंत्रालय उनके हाथ से बाहर न जाए. अगर शिवसेना को इस बार गृह मंत्रालय मिलेगा तो ऐसा पहली बार होगा जब बाला साहेब की पार्टी महाराष्ट्र के गृह मंत्रालय को संभालेगी.

मंत्री बन गए, मंत्रालय नहीं मिला

बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार गठन को एक सप्ताह हो चुका है, लेकिन जिन नेताओं ने सीएम उद्धव ठाकरे के साथ शपथ ली थी, उन्हें अबतक मंत्रालय नहीं मिला है. इस मामले पर बीजेपी ने सरकार पर हमला बोला है. उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर को सीएम पद की शपथ ली थी. उनके साथ कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के 6 नेताओं ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली थी, लेकिन इन्हें अबतक मंत्री पद नहीं मिल पाया है. बीजेपी नेता आशीष शेलार ने कहा कि इस गठबंधन के विधायकों में गहरा असंतोष है.

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रिपोर्ट के मुताबिक इस मीटिंग में शरद पवार ने कहा कि मंत्रियों के बीच जल्द से जल्द विभाग का बंटवारा किया जाना चाहिए. महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल का विस्तार नागपुर में होने वाले शीतकालीन सत्र के बाद प्रस्तावित है.

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