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महाराष्ट्र: गुडविन ज्वैलर्स के खिलाफ केस दर्ज, ठाणे में शोरूम सील

महाराष्ट्र के ठाणे में गुडविन ज्वैलर्स के शो रूम के बाहर प्रोटेस्ट होने के बाद पुलिस ने शोरूम को सील कर केस दर्ज कर लिया है. प्रोटेस्ट कर रहे लोगों का कहना है कि कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक ने कंपनी को बंद कर दिया और भाग गए.

ठाणे का गुडविन ज्वैलर्स का शोरूम सील (ANI) ठाणे का गुडविन ज्वैलर्स का शोरूम सील (ANI)
aajtak.in
  • ठाणे ,
  • 28 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 12:32 PM IST

  • प्रदर्शनकारियों की शिकायत पर मामला दर्ज किया
  • ज्वैलर्स के आरोपियों की तलाश में जुटी राज्य पुलिस

महाराष्ट्र में एक नए बड़े घोटाले का अंदेशा जताया जा रहा है. ठाणे में लोगों के जोरदार प्रदर्शन के बाद गुडविन ज्वैलर्स के शो रूम को सील कर दिया गया है, साथ ही कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश की जा रही है.

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महाराष्ट्र पुलिस उस समय हरकत में आई जब ठाणे शोरू में बड़ी संख्या में लोग जुटे और कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे. लोगों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों पर केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है.

गुडविन ज्वैलर्स में बड़ी संख्या में लोगों ने अपने काफी पैसे निवेश किए हैं. ठाणे में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने यह आरोप लगाया कि कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अपने सभी शोरूम बंद कर दिए और अचानक गायब हो गए.

पुलिस के मुताबिक करीब 250 से 300 लोग हमारे पास आए और कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के खिलाफ प्रदर्शन करते रहे. पुलिस ने गुडविन ज्वैलर्स के शोरूम को सील कर दिया है.

गुडविन ज्वैलर्स में बड़ी संख्या में लोगों ने निवेश भी कर रखा है. लेकिन कंपनी के सभी शोरूम को अचानक बंद कर दिए जाने से लोगों में डर फैल गया और ठाणे स्थित कंपनी के शोरूम के बाहर प्रदर्शन किया.

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पीएमसी घोटाले से लोग परेशान

इससे पहले महाराष्ट्र में पंजाब ऐंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (PMC) बैंक में बड़ा घोटाला सामने आया जिसमें फाइनेंशल फ्रॉड लगभग एक दशक से चल रहा था. जांच में बैंक के पूर्व एमडी समेत रियल एस्‍टेट कंपनी हाउिसंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर (HDIL) के प्रमोटर्स की गिरफ्तारी हो चुकी है. बैंक के मैनेजमेंट पर आरोप है कि HDIL को ऐसे समय में लोन दिया गया जब यह कंपनी दिवालिया होने की प्रक्रिया से गुजर रही थी.

पीएमसी बैंक का समूचा लोन एसेट यानी कर्ज देने की क्षमता 8,880 करोड़ रुपये का है, लेकिन HDIL को 6,500 करोड़ रुपये का लोन दिया गया जो कि इसका 73 फीसदी है. यह लोन देने की लिमिट का चार गुना ज्‍यादा है. यही नहीं, पीएमसी बैंक ने इस मामले में आरबीआई को गुमराह भी किया. इस घोटाले का खुलासा होने के बाद आरबीआई ने इस बैंक पर पाबंदी लगा दी है जिससे लोग पैसा निकाल नहीं पा रहे और उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. कई लोगों ने इस कारण खुदकुशी तक कर ली है.

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