
आरबीआई की पाबंदी झेल रहे पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक के खाताधारकों का संघर्ष जारी है. पीएमसी बैंक में 4355 करोड़ रुपये के घोटाले के चलते आरबीआई की पाबंदियों के बाद से पांच खाताधारकों की मौत हो चुकी है.
परिजनों ने बताया नैचुरल डेथ
मुलुंद इलाके में शनिवार को पांचवें खाताधारक राम अरोड़ा की मौत हो गई है. हालांकि उनके परिजनों ने इसे नेचुरल डेथ बताया है. परिजनों का कहना है कि उसकी मौत का कारण बैंक घोटाले की चिंता नहीं है. परिजनों के मुताबिक राम अरोड़ा बुजुर्ग थे और वह बैंक में जमा पैसों पर निर्भर नहीं थे.
पीएमसी के खिलाफ खाताधारकों का प्रदर्शन
पीएमसी बैंक के खाताधारकों ने शनिवार को मुंबई में आरबीआई मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान एक बुजुर्ग महिला की तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश हो गई . बता दें कि खाताधारक बैंक में जमा अपना पैसा वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
इससे पहले हो चुकी है चार खाताधारकों की मौत
इससे पहले आरबीआई की पाबंदियों के बाद से चार लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें तीन ने बीमारी के दौरान इलाज के लिए पैसे नहीं निकाल पाने के कारण दम तोड़ा और एक महिला ने खुदकुशी कर ली थी.
क्या है पीएमसी घोटाला
पंजाब ऐंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (PMC) बैंक में फाइनेंशल फ्रॉड लगभग एक दशक से चल रहा था. जांच में बैंक के पूर्व एमडी समेत रियल एस्टेट कंपनी हाउिसंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर (HDIL) के प्रमोटर्स की गिरफ्तारी हो चुकी है. बैंक के मैनेजमेंट पर आरोप है कि HDIL को ऐसे समय में लोन दिया गया जब यह कंपनी दिवालिया होने की प्रक्रिया से गुजर रही थी.
पीएमसी बैंक का समूचा लोन एसेट यानी कर्ज देने की क्षमता 8,880 करोड़ रुपये का है, लेकिन HDIL को 6,500 करोड़ रुपये का लोन दिया गया जो कि इसका 73 फीसदी है. यह लोन देने की लिमिट का चार गुना ज्यादा है. यही नहीं, पीएमसी बैंक ने इस मामले में आरबीआई को गुमराह भी किया.