
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने मोदी सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 'मेक इन इंडिया' जैसी नीति और नफरत एक साथ नहीं चल सकते क्योंकि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं की तरफ से अल्पसंख्यकों के लिए जा रहे नफरत भरे बयानों से देश की विनम्र छवि को नुकसान पहुंचता है.
छात्रों से भरे हार्वर्ड बिजनेस स्कूल ऑडिटोरियम में थरूर ने कहा, 'ये बात अच्छी नहीं है कि सत्ताधारी पार्टी के लोग अल्पसंख्यकों के खिलाफ उत्तेजक बयान देते हैं. ये ठीक नहीं है क्योंकि ये भारत की विनम्र छवि को खोखला कर रहे हैं.'
पहले सुलझे घरेलू मसले
उन्होंने कहा कि देश के विकास और प्रगति के लिए बेहद जरूरी विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए देश की बहुवादी छवि को बनाए रखने की जरूरत है. थरूर ने कहा कि भारत को दुनिया के सामने अपनी विनम्र छवि की मदद से आगे बढ़ने से पहले देश के अंदर की समस्याओं को हल करना होगा.
सब तक नहीं पहुंच रहा विकास
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एनुएल इंडियन कन्वेंशन 2016 को संबोधित करते हुए थरूर ने कहा, 'हमें एक राष्ट्र के तौर पर विश्वसनीय बनने के लिए अपनी घरेलू समस्यओं को पहले सुलझाना होगा.
ये सच है कि हमें अपने लोगों को स्वास्थ्य, सुखी और सुरक्षित बनाए रखने के लिए बहुत काम करना होगा. सिर्फ आतंकवाद से उन्हें बचाने के अलावा कई और चीजों में भी उन्हें सुरक्षित
करना होगा. विकास हो रहा है लेकिन इतना नहीं हो रहा कि हर किसी तक पहुंचे.'
कांग्रेस नेता ने नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लॉन्च की गई प्रमुख योजनाओं का हवाला देते हुए कहा, 'अगर हम एक तरफ मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया और डिजिटल इंडिया की बात कर रहे हैं और विदेशी निवेशकों को लुभाना चाहते हैं तो दूसरी तरफ भारत में नफरत फैला कर हम ऐसा नहीं कर सकते.'
कांग्रेस का बचाव
एक सवाल के जवाब में थरूर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में हुनर भरा हुआ है. उन्होंने कहा, 'राजनीतिक पार्टियां चुनावी सफलता से ही बनी रहती हैं. पिछले दो सालों में हमने काफी मात खाई है. राजनीति में किस्मत हमेशा बदलती रहती है. कांग्रेस पार्टी ऐसी नहीं है, जैसा कि इसे भारत की सबसे भ्रष्ट पार्टी के तौर पर पेश किया गया है.'
थरूर ने कहा कि जिस वक्त कांग्रेस सत्ता में थी, उस दौरान कई घोटाले सामने आए. उन्होंने कहा, 'उस वक्त जो भी सत्ता में होता, उसकी छवि भी उसी तरह बिगड़ती, जिस तरह हमारी बिगड़ी थी.'