
नीलगिरी के पास देवशाला में शनिवार को एसटीएफ ने एक नरभक्षी बाघ को मार गिराया. बाघ ने पिछले कई दिनों से दहशत फैला रखी थी. झारखंड के एक एस्टेट वर्कर माबु बोरा ने उसे गोली मारी.
ऐसे बिछाया था जाल
बाघ को जाल में फंसाने के लिए एक गाय को पेड़ से बांधा गया था, ताकि बाघ अपने शिकार के लिए वहां आए और जाल में फंस जाए. हालांकि, पहला निशाना चूकने के कारण प्लान फेल हो गया. बाघ ने गाय का शिकार कर लिया और एसटीएफ पर हमले की कोशिश करने लगा.
अपनी जान बचाने के लिए चलाई गोली
अपनी जान बचाने के लिए एसटीएफ के जवीनों ने बाघ को गोली मार दी. बाघ के हमले में एसटीएफ के एक जवान और आर्म्ड रिजर्व पुलिस के एक सदस्य जख्मी हुए हैं. उन्हें इलाज के लिए केरल भेजा गया है.
पर्यावरणविदों ने जताई आपत्ति
इस मामले को लेकर पर्यावरणविदों ने आपत्ति जताई है. उनके मुताबिक, एसटीएफ को बाघ को जिंदा पकड़ने की पूरी कोशिश करनी चाहिए थी, क्योंकि बाघों की जनसंख्या संकट में है.