
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सीबीआई पर निशाना साधा है. उन्होंने सीबीआई को चुनौती दी है कि वह बताए कि छापेमारी में उसे क्या मिला है. सिसोदिया ने कहा कि राजेंद्र कुमार तो बहाना हैं, निशाना मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ही हैं. सबीआई का कहना है कि रेड सीएम के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के दफ्तर पर मारी गई थी, जबकि केजरीवाल इसे अपने दफ्तर की छानबीन बता रहे हैं.
RK की बेनामी संपत्ति भी नहीं
सिसोदिया ने कहा कि प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार से छह दिन की पूछताछ के बाद यह साफ हो जाता है कि वह बहाना हैं. उनके सैलरी अकाउंट से 27 लाख रुपये का पता चला है. उनकी किसी बेनामी संपत्ति का भी पता नहीं चला है. घर से जो 2.40 लाख रुपये मिले हैं, उनका भी रिकॉर्ड है. सीबीआई अभी तक कुछ नहीं निकाल पाई है.
डीडीसीए की फाइल में क्या
सिसोदिया ने बताया कि डीडीसीए की जो फाइल सीएम दफ्तर में रखी गई थी उसमें एक नोट है. डीडीसीए के अधिकारी को कभी अरुण जेटली ने बुलाया था. उसमें जेटली ने आश्वस्त किया था कि पुलिस में जो केस है उसे मैनेज कर लेंगे . उसी में यह भी कहा गया कि यदि दिल्ली सरकार कुछ करेगी तो उसे उपराज्यपाल से रद्द करा लेंगे. ये सारी चीजें उस नोट में लिखी गई हैं. जिसे दिल्ली सरकार को DDCA के अधिकारी ने दिया है.
सीबीआई बना रही दबाव
सिसोदिया ने आरोप लगाया है कि सीबीआई राजेंद्र कुमार से बार-बार यन पूछ रही है कि आखिर दिल्ली सरकार को यह नोट किसने दिया. उन पर दबाव डाला जा रहा है. उन्हें धमकी दी जा रही है. मानसिक दबाव डाला रहा है. लेकिन डीडीसीए को लेकर क्यों उनसे पुछा जा रहा है. हमें ऐसी पूछताछ पर आपत्ति है.