
झारखंड के जमशेदपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला जनप्रतिनिधियों से देश के विकास कार्यों की चौकसी करने की अपील की. रविवार को पंचायती राज दिवस पर जन प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश की एक तिहाई ग्राम प्रधान महिलाओं से विकास कार्यों की निगरानी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के सपनों का भारत बनाने के लिए महिला जनप्रतिनिधियों को आगे आकर अपनी भूमिका निभानी होगी.
मध्याह्न भोजन योजना की निगरानी करें महिला जनप्रतिनिधि
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए चलाए जाने वाली मध्याह्न भोजन योजना के पैसों का लाभ सही जगह पहुंचे इसके लिए ग्राम सभा की महिला भागीदारों को इसकी देखभाल करनी होगी. महात्मा गांधी ने कहा था कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है. इसके बावजूद देश में शहरों और गांवों में विकास की रफ्तार में अंतर दिखता रहा.
पहली बार गांव के विकास के लिए बना बजट
पीएम मोदी ने कहा कि पहली बार केंद्र सरकार ने गांवों के विकास के लिए बजट में बड़ी रकम का प्रावधान किया है. इसका जरूरी लाभ गांव वालों को मिल सके इसलिए गांव के लोग ही आगे आकर योजनाओं को जमीन पर लाने में सहयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि ग्रामीण भारत ने पांच सालों के लिए के मुझपर यकीन जताया है. मैं उनके भरोसे पर खड़ा उतरने की पूरी कोशिश कर रहा हूं.
महिलाओं की मदद से सफल होगा स्वच्छता अभियान
पीएम मोदी ने पंचायती राज की महिला प्रतिनिधियों से स्वच्छता अभियान के तहत गांवों में शौचालय निर्माण की सरकारी योजना को सफल बनाने की भी अपील की. उन्होंने कहा कि महात्वाकांक्षी योजना को सफल बनाने में मदद करनी चाहिए. वहीं मां बनने वाली महिलाओं की मौत को रोकने के लिए स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ाने की भी उन्होंने अपील की. इसके साथ ही उन्होंने पल्स पोलियो अभियान को सार्थक बनाकर किसी बच्चे के अपंग होने पर रोक लगाने की भी अपील की.
बाबासाहेब के गांव के बाद बिरसा की धरती पर ग्रामोदय
पंचायती राज दिवस पर पीएम मोदी ने ग्राम उदय से भारत उदय योजना पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के गांव से शुरू हुआ यह अभियान बिरसा मुंडा की धरती पर होने के साथ ही काफी व्यापक हो गया है. उन्होंने कहा कि चिलचिलाती धूप में भी मंत्री और अधिकारी गांव तक जा रहे हैं. प्रतिनिधि को चाहिए कि पांच साल में ऐसा काम करें कि लोग उन्हें याद रखे.
हर योजनाओं की सफलता में मां-बहनों की मदद
पीएम मोदी ने कहा कि अब भारत सरकार को दिल्ली से बाहर निकालकर हिंदुस्तान के दूसरे प्रांतों में ले जाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि गांव को सड़क और बिजली मिलनी चाहिए. हमारे देश में 30 लाख जन प्रतिनिधि हैं. इनमे 40 फीसदी महिलाएं हैं. हमारी मां और बहनें नेतृत्व कर परिवर्तन ला सकती हैं. वो चाहें तो अपने गांव को सोशल हेल्थ कार्ड, बाल मित्र, हरित गांव, जल संचय, डिजिटल और दहेज मुक्त बनाने में सक्रिय भूमिका निभा सकती हैं.
गैस चूल्हा देकर मां-बहनों की बड़ी मदद
पीएम मोदी ने कहा कि गांव में आज भी लकड़ी का चूल्हा जलाते हैं. इसकी वजह से हमारी मां-बहनें रोजाना 400 सिगरेट के बराबर धुएं लेती है. हमें उन्हें गैस चूल्हा देकर इस दिक्कत से निजात दिलाना है. इसके साथ ही इनाम योजना के तहत अब किसान तय करेगा कि अपने सामान कहां बेचे. हर गांव तक ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क पहुंचाया जाएगा.
गांव खुद बनाएं अपने विकास की योजनाएं
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखंड सरकार ने भी सभी गांवों में योजना बनाओ अभियान चलाया है. साल 2016 तक सभी पंचायत भवन बन जाएंगे और 2017 तक इंटरनेट से जुड़ जाएंगे. उन्होंने कहा कि पानी की कमी के कारण सरकार इस साल ही तालाबों का निर्माण कर रही है ताकि गांव का बरसाती पानी गांव में रहे. गांव के विकास से ही पलायन रुकेगा.
पीएम मोदी ने किया बैंकों का राष्ट्रीयकरण
प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र सिंह ने कहा कि पहले हम पंचायत का नीति निर्धारण दिल्ली से होता था, लेकिन पीएम इसे दिल्ली से बाहर लेकर आए. पहले बैंको का सरकारीकरण हुआ था. नरेंद्र मोदी ने ही असल में राष्ट्रीयकरण किया.