
महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार ने मराठा समुदाय को आरक्षण देने की प्रतिबद्धता जताई है. गुरुवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उनकी सरकार मराठा समुदाय को आरक्षण प्रदान करने को प्रतिबद्ध है, जोकि कानूनी समीक्षा के सामने टिक सके. फडणवीस की ओर से यह भरोसा तब दिलाया गया, जब उन्होंने मुद्दे पर चर्चा के लिए समुदाय के 22 प्रमुख व्यक्तियों के साथ यहां मुलाकात की.
इसके बाद मराठा समुदाय से संयम बरतने और शांति बनाए रखने के लिए एक संयुक्त अपील जारी की गई. जाने-माने अभिनेताओं सयाजी शिंदे और अमोल कोल्हे, निदेशक नितिन देसाई और शिरडी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेश हवारे बैठक में मौजूद प्रमुख लोगों में शामिल थे. सूबे की 12 करोड़ की जनसंख्या में से करीब 30 प्रतिशत मराठा समुदाय के लोग हैं. मराठा समुदाय के लोग नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे हैं. पिछले दो सप्ताह के दौरान आंदोलन कई स्थानों पर हिंसक हुआ है और आरक्षण समर्थक छह लोगों ने खुदकुशी तक कर ली.
फडणवीस ने मराठा समुदाय से आने वाले कलाकारों, लेखकों और बुद्धिजीवियों के साथ करीब तीन घंटे तक चर्चा की. इस दौरान मराठा आरक्षण आंदोलन के बारे में बातचीत हुई. उन्होंने बैठक के बाद कहा कि समुदाय को राहत मुहैया कराने के लिए विभिन्न अल्पकालिक और दीर्घकालिक उपायों पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा, 'प्रत्येक व्यक्ति ने मूल्यवान सुझाव दिए. उन्हें हमारी सरकार की ओर से उठाए जाने वाले कदमों के बारे में जानकारी दी.'
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आरक्षण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जोकि कानूनी समीक्षा के सामने टिक सके. फडणवीस के साथ राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल, शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े और अन्य मंत्री मौजूद रहे. वर्तमान में टेलीविजन कार्यक्रम में संभाजी की भूमिका निभा रहे कोल्हे ने पीटीआई को बताया कि बैठक सकारात्मक रही. उन्होंने कहा, 'मैंने मुख्यमंत्री की आरक्षण आंदोलन के हिंसक रूप लेने को लेकर वास्तविक चिंता और समुदाय के कल्याण के लिए उनके सकारात्मक रुख को महसूस किया.'
अभिनेता ने कहा कि फडणवीस ने बैठक में सरकार की ओर से मराठा समुदाय के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में जानकारी दी. कोल्हे ने कहा कि बैठक में मौजूद लोगों ने मराठा समुदाय का जीवन स्तर सुधारने के लिए दीर्घकालिक और ठोस कदम उठाने की मांग की. उन्होंने कहा, 'हमने प्रदर्शनकारियों से सकारात्मक होने और यह सुनिश्चित करने की एक संयुक्त अपील की कि आंदोलन हिंसक नहीं हो. लोगों को आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाने से बचना चाहिए.'
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष रावसाहेब दानवे ने कहा कि बैठक इसलिए बुलाई गई थी, ताकि प्रमुख हस्तियों को समुदाय के कल्याण के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों से अवगत कराया जा सके. उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार चर्चा के लिए हमेशा तैयार है.' कोल्हापुर शाही परिवार के सदस्यों के बैठक में हिस्सा नहीं लेने के बारे में पूछे जाने पर दानवे ने कहा, 'कुछ लोग निजी कारणों से बैठक से दूर रहे.' कोल्हापुर शाही परिवार छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज हैं. उन्होंने कहा कि राज्य पिछड़ा आयोग की रिपोर्ट जमा होने के बाद विधानमंडल का एक विशेष सत्र आहूत किया जाएगा.