
पांच बार की विश्व चैम्पियन एम सी मैरीकाम की लगातार दूसरे ओलंपिक में जगह बनाने की उम्मीदें शनिवार को यहां चल रही एआईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के दूसरे राउंड में हारने से थोड़ी कमजोर तो हुई लेकिन एक चांस अब भी है. लंदन ओलंपिक 2012 में कांस्य पदक जीतने वाली मैरीकाम (51 किग्रा) दूसरे राउंड में जर्मनी की अजीजे निमानी से 0-2 से पराजित हो गई.
मैरीकॉम इस प्रतियोगिता में सेमीफाइनल में पहुंचकर रियो खेलों के लिये कोटा हासिल कर सकती थीं.
आक्रामक शुरुआत के बाद हारी
निमानी अब इटली की शीर्ष वरीय डेविडे मार्जिया से भिड़ेंगी जिन्होंने हंगरी की कैटलिन एनसिन को शिकस्त दी. रोमांचक मुकाबले में मैरीकाम ने आक्रामक शुरुआत की लेकिन निमानी ने दूर से लड़ते हुए उन्हें दूर रखने में सफलता हासिल की.
निमानी ने लगाए बेहतरीन काउंटर पंच
बल्कि निमानी ने शुरुआती दो मिनट में भारतीय मुक्केबाज के खिलाफ किसी तरह के आक्रमण का प्रयास नहीं किया लेकिन वह कुछ बेहतरीन काउंटर पंच मारकर बढ़त हासिल करने में सफल रही.
मैरीकॉम ने भी दिखाई आक्रामकता
दूसरे राउंड में भी मैरीकॉम ने आक्रामकता जारी रखी, उन्होंने बेहतर तरीके से पंच लगाये लेकिन जजों से अंक हासिल करने में असफल रही, जिन्होंने स्पिल्ट फैसले में निमानी के हक में निर्णय किया.
रक्षात्मक रणनीति से हारीं मैरीकॉम
निमानी ने अपनी रणनीति पर काम करते हुए मैरीकाम को गार्ड नीचे करने के लिये बाध्य कर दिया. निमानी की रक्षात्मक रणनीति से मैरीकाम निराश हो गई. अंत में स्पिल्ट वोट पर निमानी को विजेता घोषित किया गया. यह टूर्नामेंट महिला मुक्केबाजों के लिये 51 किग्रा, 60 किग्रा और 75 किग्रा वर्ग में रियो ओलंपिक का टिकट हासिल करने का अंतिम क्वालीफाइंग टूर्नामेंट है. अब मैरीकॉम के लिए उम्मीदें रेन कांकन और लिन यू-टिंग के बीच होने वाले मैच के परिणाम पर टिकी है.