
दक्षिण मुम्बई स्थित आयकर विभाग के दफ्तर सिंधिया हाउस में शुक्रवार शाम को लगी आग पर काबू पा लिया गया है. लेकिन इस आग से होने वाले नुकसान का पता अभी नहीं चल सका है. आयकर विभाग के इसी दफ्तर में नीरव मोदी जैसे कई आर्थिक अपराधियों से जुड़े कानूनी दस्तावेज रखे थे. साथ ही कर चोरी से जुड़े कई मामलों की फाइलें भी यहीं जमा थीं.
दरअसल शुक्रवार शाम करीब साढ़े 4 बजे मुम्बई फायर ब्रिगेड को सिंधिया हाउस में आग लगने की खबर दी गई थी, जिसके बाद से जब तक दमकल कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे थे. दमकल विभाग के अधिकारियों ने आग बुझाने से साथ-साथ अंदर फंसे 6 लोगों को बचाया है. दो दर्जन फायर ब्रिगेड की गाड़ियों की मदद से शनिवार सुबह आग को पूरी तरह बुझा दिया गया, हालांकि कूलिंग का काम अब भी चल रहा है.
इस इमारत में आयकर विभाग के 300 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं. बेनामी संपत्ति समेत आयकर से जुड़े कई मामलों के अहम दस्तावेज इसी इमारत में रखे जाते हैं. माना जा रहा कि इस आग में कई अहम दस्तावेज जलकर खाक हो गए हैं जिनमें नीरव मोदी और मेहुल चोकसी से जुड़ी फाइलें भी शामिल हैं.
आयकर अधिकारियों से जब नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, दीपक कोचर केस जुड़े दस्तावेजों के नुकसान पर सवाल पूछा गया तो वह जवाब देने से बचते नजर आए. आयकर विभाग के निदेशक (जांच) एए शंकर ने कहा कि इस बारे में ज्यादा कुछ कहना फिलहाल मुश्किल है लेकिन हम नुकसान की भरपाई का आकलन और उसकी भरपाई में जुटे हैं.
शुरुवाती जांच में शॉर्ट सर्किट को आग की वजह बताया जा रहा है. लेकिन इसके पीछे साजिश के बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता. नीरव मोदी और विजय माल्या जैसे आर्थिक अपराधियों के प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार लगातार प्रयासरत है लेकिन फिर भी ऐसे कई अपराधी अब भी कानून की जद से बाहर हैं.