
दिल्ली के एक मैक्स अस्पताल ने जीवित बच्चे को मृत घोषित कर दिया था. जिसके बाद दिल्ली सरकार ने उस अस्पताल का लाइसेंस रद्द किया था. लेकिन दिल्ली के वित्त आयुक्त की अदालत ने मंगलवार को दिल्ली सरकार के उस फैसले पर रोक लगा दी, जिसमें इस अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था. अस्पताल फिर से खुल गया और मरीजों का इलाज एक बार फिर से शुरू हो गया है.
परिवार अस्पताल के सामने धरने पर बैठा
जिस परिवार के साथ यह हादसा हुआ था वो परिवार मैक्स अस्पताल के सामने बैनर लगाकर धरना प्रदर्शन कर रहा है. उनकी मांग है कि अस्पताल को बंद करो या डॉक्टर को गिरफ्तार करो. मृत बच्चों के पिता आशीष का कहना है की 'हमें तो इंसाफ नहीं मिला न कोई डॉक्टर गिरफ्तार हुआ और न ही अस्पताल बंद हुआ' दिल्ली सरकार ने जब अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था तब हमें कुछ राहत मिली थी. लेकिन फाइनेंस कमिश्नर ने फिर से अस्पताल को खोलने का फैसला किया है, जिससे हमें काफी निराशा हुई है.
इंसाफ के लिए प्रदर्शन जारी रहेगा-पीड़ित परिवार
पीड़ित परिवार न्याय की मांग कर रहा है. लेकिन उन्हें अब यह समझ नहीं आ रहा कि न्याय किससे और कहां मांगे. 'हमें तो यह नहीं पता की उपराज्यपाल से कैसे मिला जाता है? कैसे मुख्यमंत्री से मिला जाता है?' वहीं पीड़ित परिवार ने पैसे लेने के आरोप भी लगाए. परिवार ने कहा कि हम यहां प्रदर्शन करते रहेंगे. जब तक हमें इंसाफ नहीं मिल जाता.
रद्द लाइसेंस को बहाल करने को लेकर राजनीति तेज
वहीं रद्द लाइसेंस को बहाल किए जाने के बाद दिल्ली की सियासत गरमा गई है. आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर उपराज्यपाल के माध्यम से अस्पताल का लाइसेंस बहाल कराने का आरोप लगाया, वहीं भाजपा ने दिल्ली सरकार पर मोटी डील करने के बाद अस्पताल के रद्द लाइसेंस को बहाल करवाने का इल्जाम लगाया. राजनिवास ने भी इस मामले में अपनी सफाई दी कि इस पूरे प्रकरण से उपराज्यपाल अनिल बैजल का कोई लेना-देना नहीं है.