
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन (एएमसी) में स्वीपर्स की नौकरी के लिए प्रैक्टिकल एग्जाम (नाले की सफाई करने) देने के लिए एमबीए, पीजी और बीटेक स्टूडेंट्स पहुंचे हैं. खास बात ये है कि सफाई कर्मचारी के रूप में काम करने के लिए 1.10 लाख कैंडिडेट्स ने अप्लाई किया है. कैंडिडेट्स की अधिक संख्या होने की वजह से बहाली प्रक्रिया पूरी होने में करीब 2 साल का समय लग सकता है.
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, अगर यूपी चुनाव के बाद सरकार बदली तो नियुक्ति में और अधिक देरी भी हो सकती है. हालांकि, पदों की संख्या इलाहाबाद में 119 और बाकी सभी जिलों में 100-100 ही है. मिनिमम क्वालिफिकेशन सिर्फ हिन्दी लिखना और पढ़ना मांगा गया था.
एएमसी हर दिन करीब 250 कैंडिडेट्स को बुला रही है. एडिशनल म्यूनिसिपल कमिश्नर ओपी श्रीवास्तव ने कहा है कि भारी संख्या में हाइली क्वालिफाइड बेरोजगार कैंडिडेट्स ने अप्लाई किया है. इस वजह से प्रैक्टिकल एग्जाम को पूरा करने में करीब 2 साल का वक्त लग सकता है.