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दस हजार से ज्यादा लोगों ने मांगा बीजेपी से पार्षद का टिकट

दिल्ली बीजेपी ने मौजूदा सभी पार्षदों के टिकट काट दिए हैं. अब इसका असर ये हुआ है कि एमसीडी का टिकट चाहने वालों की बीजेपी दफ्तर में लाइन लग गई है.

बीजेपी कार्यकर्ताओं में पार्षद टिकट को लेकर होड़ बीजेपी कार्यकर्ताओं में पार्षद टिकट को लेकर होड़
कपिल शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 17 मार्च 2017,
  • अपडेटेड 6:07 AM IST

दिल्ली बीजेपी ने मौजूदा सभी पार्षदों के टिकट काट दिए हैं. अब इसका असर ये हुआ है कि एमसीडी का टिकट चाहने वालों की बीजेपी दफ्तर में लाइन लग गई है. जब से दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मौजूदा पार्षदों को बेटिकट करने का फैसला सुनाया है. उन वार्डों के कार्यकर्ताओं के मन में चुनावी लड्डू फूटने लगे हैं, जहां-जहां बीजेपी के पार्षद थे. इस बार भी ये कार्यकर्ता अपनी सीट छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे. लेकिन अब मौजूदा पार्षद और उनके परिवार के लोग टिकट की रेस से बाहर हो गए हैं, तो वार्ड के छोटे कार्यकर्ताओं की उम्मीदें भी कुलाचें भरने लगी हैं. यही वजह है कि बीजेपी दफ्तर समेत पार्टी के तमाम बड़े नेताओं के पास टिकट लेने वालों के बायोडाटा का ढेर लग गया है.

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दिल्ली बीजेपी के मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर के मुताबिक पार्टी ने कार्यकर्ताओं के लिए रास्ते खोल दिए हैं. इसके लिए पार्टी ने अलग से इंतज़ाम भी किया है. जिसके मुताबिक चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाला कोई भी कार्यकर्ता दफ्तर में बने स्पेशल विंडो पर अपना बायोडाटा जमा करा सकता है.

12 मार्च को जैसे ही ये खबर बाहर आयी कि पार्टी ने सभी मौजूदा पार्षदों को टिकट नहीं देने का फैसला किया है, पार्टी दफ्तर में बायोडाटा देने वालों की लाइन लग गई. हालांकि चुनाव लड़ने की मंशा रखने वाले लोग पहले भी अपना बायोडाटा दफ्तर में दे ही रहे थे, लेकिन इस फैसले के बाद बायोडाटा जमा कराने की रफ्तार में कई गुना तेजी आ गई.

दिल्ली बीजेपी के मुताबिक यूपी चुनाव में जीत के बाद के तीन दिनों में सबसे ज्यादा लोगों के आवेदन आए. तीन दिन में डेढ़ से दो हज़ार लोगों ने हर रोज अपनी एप्लीकेशन जमा करायी है. अब तक बीजेपी को 272 सीटों के लिए 10 हजार से ज्यादा आवेदन मिल गए हैं.

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अभी आवेदनों का सिलसिला आगे भी चलेगा और पार्टी को उम्मीद है कि करीब इतने ही आवेदन और आएंगे. जाहिर है इन हजारों दावेदारों के बीच से उम्मीदवारों को चुनना पार्टी के लिए टेढ़ी खीर होगी. लेकिन पार्टी अपनी तरफ से भी जो ग्राउंड रिपोर्ट तैयार करवा रही है, उसकी भी टिकट बंटवारे में बड़ी भूमिका होगी.

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