
कमीज में कलम लगाकर और हाथों में तख्तियां लेकर नारे लगाते शिक्षक मजबूर हैं क्योंकि इन्हें बीते 2 से 3 महीने की तनख्वाह नहीं मिली है. उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में शिक्षकों को बीते 2-3 महीने की सैलरी नहीं मिली है. इसके चलते शिक्षक बीजेपी दिल्ली के दफ्तर प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे.
निगम शिक्षिका विभा सिंह ने बताया कि निगम चुनाव में बीजेपी ने वादा किया था कि तीनों निगम को एक करके काम किया जाएगा. राकेश कुमार निगम शिक्षक ने बताया कि घर में कुछ लोग बीमार हैं, मगर 2 महीने से वेतन ना मिलने के चलते उनकी बीमारी का इलाज भी नहीं करा पा रहा हूं. एक तरफ सरकार शिक्षकों से सारा काम कराती है, चाहे वह स्वच्छ भारत मिशन हो या 15 अगस्त या चुनाव, मगर शिक्षकों को वेतन के नाम पर ही प्रताड़ित किया जा रहा है.
शिक्षकों के प्रदर्शन को देखते हुए थोड़ी देर बाद बीजेपी दफ्तर में शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल को बुलाया गया और उनसे कहा गया कि दिल्ली सरकार क्योंकि एमसीडी को फंड नहीं दे रही है. ऐसे में बीजेपी के सभी पार्षद दिल्ली सचिवालय पर प्रदर्शन करेंगे.
शिक्षकों ने नारे लगाते हुए मांग रखी कि एमसीडी चुनाव के वक्त दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी तीनों नगर निगम एक करने का वादा करते थे मगर चुनाव बीत जाने के बाद वादा नहीं निभाया जा रहा है. इसीलिए विरोध प्रदर्शन करने के लिए शिक्षक सड़क पर उतरे हैं.