
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 10 से 12 सितंबर तक 10वें विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. इसमें भारत और 27 अन्य देशों से लगभग 2,000 प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की संभावना है.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को कहा कि 10वें विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जिसका विषय 'हिंदी जगत: विस्तार एवं संभावनाएं' होगा. मंत्री के मुताबिक, फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन 12 सितंबर को सम्मेलन के समापन समारोह में हिस्सा लेंगे. समापन समारोह की अध्यक्षता केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह करेंगे.
सुषमा ने कहा कि पूर्व में इस तरह के आयोजन साहित्य या हिंदी साहित्य पर केंद्रित रहे हैं, जबकि इस बार एनडीए सरकार ने रूपरेखा में बदलाव का निर्णय लिया है और यह हिंदी भाषा पर केंद्रित होगा. विदेश मंत्री ने कहा कि 1,270 प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में भागीदारी के लिए रजिस्ट्रेशन करवा लिया है. सम्मेलन भोपाल के लाल परेड मैदान में आयोजित होगा.
विद्वानों को किया जाएगा सम्मानित
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सम्मेलन में 464 विद्यार्थी, 450 आमंत्रित अतिथि, और 250 विशेष आमंत्रित अतिथि होंगे. इनमें सरकारी प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि भारत के 20 हिंदी विद्वानों, और दूसरे देशों के कई हिंदी विद्वानों को इस सम्मेलन में सम्मानित किया जाएगा. इनमें भारतीय मूल के हिंदी विद्वान भी शामिल होंगे. एक विशेष समिति ने नामों को मंजूरी दी है.
सुषमा ने कहा कि जोहांसबर्ग में हुए पिछले सम्मेलन में लगभग 500-600 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था, लेकिन इस बार 2,000 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे. उद्घाटन और समापन समारोह में 5,000 लोगों की उपस्थिति का अनुमान है.
सत्र और विषय
सम्मेलन में 12 विषय, 28 सत्र होंगे, जो चार प्रमुख विषयों में शामिल होंगे. इनमें 'विदेश नीति में हिंदी ' की अध्यक्षता सुषमा स्वराज करेंगी. 'प्रशासन में हिंदी का उपयोग' विषय की अध्यक्षता मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे. 'विज्ञान में हिंदी का उपयोग' विषय की अध्यक्षता केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन करेंगे और 'सूचना एवं प्रौद्योगिकी में हिंदी का उपयोग' विषय की अध्यक्षता केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद करेंगे.
अन्य विषयों में एक गिरमिटिया पर, और दूसरा बाल साहित्य पर होगा. तीन दिवसीय आयोजन में मध्य प्रदेश सरकार भी भागीदार है और इस दौरान साहित्य चर्चा के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे.
-इनपुट IANS से