
पूर्वी और मध्य भारत में झमाझम बारिश के बावजूद पूरे देश में मानसून की बारिश में कमी देखी जा रही है. देश भर में अब तक हुई बारिश की बात करें तो, 647.3 सेंटीमीटर की सामान्य बारिश के मुकाबले महज 636.1 सेंटीमीटर की बारिश हुई है. यानी अबतक देश भर में मानसून की बारिश सामान्य के मुकाबले 2 फीसदी कम होकर महज 98 फीसदी रही है.
देश में मानसून की बारिश में इस बार सबसे ज्यादा कमी पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में देखी जा रही है. यहां पर अबतक मानसून की बारिश सामान्य से 15 फीसदी कम रिकॉर्ड हुई है. अपनी झमाझम बारिश के लिए मशहूर असम और मेघालय में अबतक मानसून की बारिश सामान्य के मुकाबले 34 फीसदी कम रही है. इसी तरह नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में इस बार मानसून की बारिश समान्य के मुकाबले 25 फीसदी कम हुई. अरुणाचल प्रदेश में इस बार बारिश 13 फीसदी कम रही है. बिहार भले ही बाढ़ से जूझ रहा है, लेकिन यहां पर मानसून में हुई बारिश की बात करें, तो बारिश सामान्य के मुकाबले 14 फीसदी कम हुई है.
दक्षिण भारत में 13 फीसदी कम हुई बारिश
इस बार दक्षिण भारत में मानसून की बारिश सामान्य के मुकाबले 13 फीसदी कम रही है. केरल में इस बार घटाएं ज्यादा मेहरबान नहीं रही हैं. यहां पर
मानसून की बारिश सामान्य के मुकाबले 29 फीसदी कम हुई है. अंडमान निकोबार में इस बार बारिश सामान्य के मुकाबले 25 फीसदी कम रिकॉर्ड हुई है. तटीय
कर्नाटक में मानसून की बारिश 21 फीसदी कम हुई है. लक्षद्वीप में बारिश अबतक सामान्य के मुकाबले 19 फीसदी कम हुई है. तटीय आंध्र प्रदेश में अबतक
बारिश 10 फीसदी कम हुई है. तेलांगाना में मानसून की बारिश सामान्य के मुकाबले 8 फीसदी कम रही है. इसी तरह तमिलनाडु में मानसून की बारिश 3
फीसदी कम रही है.
ये रहा उत्तर-भारत का हाल
उत्तर-पश्चिम भारत की बात करें, तो यहां पर राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बेहतरीन बारिश के चलते मानसून की बारिश सामान्य के मुकाबले 6 फीसदी ज्यादा रही है. यहां पू्र्वी राजस्थान में मानसून की बारिश इस सीजन में सामान्य के मुकाबले 58 फीसदी ज्यादा रही है. वहीं, पश्चिमी राजस्थान में इस बार बारिश 18 फीसदी ज्यादा रही है. उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश सामान्य के मुकाबले महज 3 फीसदी ज्यादा रही है. वहीं, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में अबतक मानसून की बारिश सामान्य के मुकाबले 22 फीसदी कम रिकॉर्ड की गई है.
मध्य भारत में अच्छी हो रही बारिश
मध्य भारत में इस बार मानसून की अच्छी बारिश देखी जा रही है. यहां पर सामान्य के मुकाबले मानसूनी बारिश अबतक 8 फीसदी ज्यादा रही है. पश्चिमी मध्य प्रदेश में मानसून की बारिश इस सीजन में सामान्य के मुकाबले 43 फीसदी ज्यादा रही है. पूर्वी मध्य प्रदेश में इस बार बारिश 34 फीसदी ज्यादा रही है. मध्य महाराष्ट्र में बेहतरीन बारिश के चलते मानसून की बारिश सामान्य के मुकाबले 18 फीसदी ज्यादा रही है. विदर्भ में बारिश 8 फीसदी तो वहीं मराठवाड़ा में मानसून की बारिश सामान्य से 4 फीसदी ज्यादा रही है. कोंकण और गोवा में मानसून की बारिश इस सीजन में सामान्य के मुकाबले 15 फीसदी ज्यादा रही है. उधर उड़ीसा में इस बार बारिश सामान्य के मुकाबले 15 फीसदी कम रिकॉर्ड हुई है. गुजरात में इस बार बारिश 26 फीसदी कम रही है, तो वहीं सौराष्ट्र और कच्छ में बारिश 21 फीसदी कम रही है. छत्तीसगढ़ में मानसून की बारिश सामान्य के मुकाबले 4 फीसदी कम रही है.