
कोरोना वायरस के खतरे को लेकर केंद्र सरकार बहुत सतर्क है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर एक उच्च स्तरीय मंत्री समूह (GOM) बनाया गया है. यह समूह देश में नोवेल कोरोना वायरस के प्रबंधन के लिए उठाए जाने वाले कदमों और तैयारियों पर निगरानी रखेगा और वक्त-वक्त पर स्थिति की समीक्षा करेगा. नोवेल कोरोना वायरस को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने COVID-19 का नाम दिया है.
GOM की दूसरी बैठक गुरुवार को दिल्ली में हुई. स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी, विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर, जहाजरानी मंत्री मनसुख मांडविया और स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने शिरकत की. GOM की पहली बैठक 3 फरवरी को हुई थी.
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गुरुवार को हुई बैठक में COVID-19 पर GOM के सामने प्रेजेंटेशन दिया गया. केरल से तीन पॉजिटिव मामलों पर ताजा स्थिति की जानकारी भी GOM के सदस्यों को दी गई. साथ ही ये भी बताया गया कि COVID-19 रोग के प्रबंधन में क्या ऐहतियाती कदम और उपाय उठाए गए. इसमें चीन से आने वाले सभी यात्रियों के वीजा को अस्थायी तौर पर निलंबित करने जैसी यात्रा एडवाइजरी भी शामिल हैं.
COVID-19 टेस्ट नेगेटिव
GOM को दो पृथक केंद्रों के बारे में भी बताया गया जहां वुहान (चीन) से निकाल कर लाए गए 645 लोगों को रखा गया है. इन कैम्पों के रखरखाव की जिम्मेदारी सशस्त्र सेनाओं और इंडो तिब्बत बार्डर पुलिस (ITBP) को सौंपी गई है. यहां रखे गए सभी लोगों की हर दिन जांच की जा रही है. GoM को बताया गया कि यहां सभी लोगों का COVID-19 टेस्ट निगेटिव आया है.
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ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स को ये भी बताया गया कि अभी तक 2,315 फ्लाइट्स के 2,49,447 यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. 21 हवाई अड्डों, अंतरराष्ट्रीय समुद्री पोर्टस और बॉर्डर एंट्रीज (खास तौर पर नेपाल) पर यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है. चीन, हांगकांग, सिंगापुर और थाईलैंड के अलावा जापान और दक्षिण कोरिया से आने वाली सभी फ्लाइट्स की स्क्रीनिंग की जा रही है.
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इनके अलावा 34 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में सामुदायिक निगरानी के तहत 15,991 लोगों को रखा गया है. टेस्टिंग के लिए जो 1,671 सेम्पल भेजे गए उनमें से सिर्फ 3 पॉजिटिव पाए गए. ICMR के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV), पुणे को COVID-19 के निदान के समन्वय के लिए नोडल सेंटर बनाया गया है. 14 क्षेत्रीय लेबोरेट्रीज को भी सक्रिय और मानकीकृत किया गया. यहां सेम्पल टेस्ट किए जा रहे हैं.
प्रेस ब्रीफिंग का आयोजन
मंत्री समूह को बताया गया कि पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (PPE) और N-95 मास्क पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हैं. साथ ही सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है. सचिव (HFW) के अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और कैबिनेट सचिव हर दिन उठाए जाने वाले कदमों और तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं. दिन में 24 घंटे सक्रिय रहने वाला कंट्रोल रूम (011-23978046) शुरू किया गया है.
लोग क्या सावधानियां बरतें, इसके लिए प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया को सामग्री भेजी जा रही है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय हर दिन लोगों को अपडेट रखने के लिए प्रेस ब्रीफिंग का आयोजन कर रहा है.
गुरुवार को हुई बैठक में प्रीति सूदन सचिव (HFW), विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रिंगला, सचिव नागरिक उड्डयन प्रदीप सिंह खरोला, विशेष सचिव (स्वास्थ्य) संजीव कुमार, डीजीएफटी अमित यादव, अतिरिक्त सचिव जहाजरानी संजय बंदोपाध्याय, अतिरिक्त सचिव गृह मंत्रालय अनिल मलिक, संयुक्त सचिव स्वास्थ्य मंत्रालय लव अग्रवाल मौजूद रहे. इनके अलावा सेना, ITBP के अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए.