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गोवा में नाबालिग पर एसिड अटैक, दादी भी झुलसी

गोवा की राजधानी पणजी के पास मापुसा शहर में बुधवार सुबह एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा किए तेजाब हमले में 16 वर्षीय एक किशोरी और उसकी दादी जख्मी हो गई. दोनों को जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज करके आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.

जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती
मुकेश कुमार/BHASHA
  • पणजी,
  • 08 जून 2016,
  • अपडेटेड 6:58 PM IST

गोवा की राजधानी पणजी के पास मापुसा शहर में बुधवार सुबह एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा किए तेजाब हमले में 16 वर्षीय एक किशोरी और उसकी दादी जख्मी हो गई. दोनों को जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज करके आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.

पुलिस उपाधीक्षक महेश गौनकर ने बताया कि एक लड़की और उसकी दादी अपने घर में सो रही थी. उसी समय एक अज्ञात व्यक्ति ने खिड़की से उन पर तेजाब फेंक दिया. दोनों जल गईं और उन्हें मापुसा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. संदिग्ध को हिरासत में लिया जा रहा है.

बताते चलें कि भारत में हर साल करीब 500 लोगों पर एसिड अटैक होता है, वहीं दुनियाभर में यह आंकड़ा 1500 है. इसमें महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा है. प्यार में असफलता, छेड़खानी, दहेज और जमीन विवाद में ऐसी घटनाएं सबसे अधिक होती है. जो आज भी बदस्तूर जारी हैं.
 
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की माने तो यूपी, एमपी और दिल्ली में ऐसी घटनाओं का ग्राफ सबसे उपर है. साल 2014 में केवल यूपी में ही एसिड अटैक के 185 केस दर्ज किए गए है. भारत के साथ ही पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसे देशों में भी एसिड अटैक की घटनाएं बहुतयात होती है.

देश में बढ़ती इन घटनाओं को देखते हुए सन 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्‍य सरकारों को जमकर फटकार लगाई थी. इसके साथ ही यह निर्देशित किया था कि एसिड अटैक से पीडि़तों के इलाज और पुनर्वास की पूरी जिम्‍मेदारी राज्‍य सरकार की होगी.
 
केद्र सरकार ने भी एसिड अटैक को जघन्य अपराधों की श्रेणी में रखने का फैसला किया है. ऐसे केस में आजीवन कारावास या मौत की सजा दी जा सकती है. ऐसे वारदातों की सुनवाई आईपीसी की धारा 376ए के तहत 60 दिनों में पूरी होने की बात कही गई है.
 
ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अब तेजाब की बिक्री वेब एप्लीकेशन के जरिए करने की व्यवस्था बनाई गई है. वेब एप्लीकेशन पर होलसेलर और रिटेलर के रजिस्ट्रेशन, डीएम द्वारा लाइसेंस जारी करने, आईडी दिखाने के बाद ही किसी व्यक्ति को तेजाब की बिक्री करने देने जैसी व्यवस्था है.

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