
दिल्ली में मतदान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को अलग-अलग बैठकें कर चुनाव पर मंथन किया. मतदान के बाद एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी (AAP) को बहुमत मिलने के संकेत के बावजूद बीजेपी दिल्ली में सरकार बनाने का विश्वास जता रही है.
केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा, 'एग्जिट पोल हैं, लेकिन हम जमीनी हकीकत जानते हैं. हमारे कार्यकर्ताओं ने बहुत कड़ी मेहनत की है और वे लोग गवाह हैं कि लोग बड़ी संख्या में बीजेपी का समर्थन कर रहे हैं. मतदाताओं ने रिकॉर्ड संख्या में बीजेपी को वोट दिया है. 10 फरवरी तक इंतजार करें, बीजेपी जीतेगी और सरकार बनाएगी. बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिलेगा.'
पार्टी मुख्यालय में दल के शीर्ष नेताओं के साथ शाह की बैठक के बाद उन्होंने ये बातें कहीं. बैठक में केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, निर्मला सीतारमण, बीरेंद्र सिंह और जितेन्द्र सिंह शामिल हुए. इन सभी के पास विधानसभा चुनाव में अलग-अलग सीटों की जिम्मेदारी थी. इस बैठक से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अमित शाह, केन्द्रीय मंत्रियों राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज और नितिन गडकरी सहित पार्टी के कोर समूह और बीजेपी के संगठन महासचिव राम लाल के साथ दिल्ली चुनाव और बिहार के राजनीतिक हालात पर चर्चा की.
बैठक करीब तीन घंटे चली जिसमें AAP की जीत दिखाने वाले विभिन्न एग्जिट पोल पर भी चर्चा हुई. सूत्रों ने बताया कि मोदी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में मतदान के पैटर्न पर बातचीत की और पार्टी की संभावनाओं पर चर्चा की. बीजेपी को विश्वास है कि दिल्ली में उसे बहुमत मिल रहा है और उसी की सरकार बनेगी. पार्टी ने दिल्ली में प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. प्रधानमंत्री मोदी ने चार रैलियां की थीं और कई केंद्रीय मंत्रियों समेत सांसदों की पूरी फौज प्रचार में लगे हुए थे. ऐसा माना जा रहा है कि मोदी ने बिहार में चल रही राजनीतिक उठा-पटक पर भी चर्चा की.
(इनपुट: भाषा)