
दो साल के कार्यकाल में दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का मंगलवार को विस्तार होना है. बताया जाता है कि आखिरी दौर के मंथन में सोमवार को आरएसएस से चर्चा के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ मंत्रणा की. इस बैठक में 19 नए चेहरों की लिस्ट फाइनल हुई है. सभी नए मंत्री सुबह ग्यारह बजे शपथ ग्रहण करेंगे.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री का मुख्य फोकस एनर्जी, एक्सपीरियंस और एक्सपरटाइज पर है. बताया जाता है कि कैबिनेट में 19 नए चेहरें 10 राज्यों से होंगे, जिनमें दो एसटी, पांच एससी, दो माइनॉरिटी और दो महिला मंत्रियों को शामिल किया जाएगा.
इन सांसदों के नाम की है चर्चा
कैबिनेट में शामिल किए जाने वाले जिन नामों पर चर्चा हो रही है उनमें अनुप्रिया पटेल का नाम प्रमुख है. अन्य पिछड़ा वर्ग से आने वाली यह लोकसभा सदस्य सहयोगी पार्टी अपना दल की हैं. बीजेपी की ओर से पश्चिम बंगाल से सांसद एसएस अहलूवालिया और राजस्थान के पाली से सांसद पीपी चौधरी को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. इसके साथ ही गुजरात से राज्यसभा सदस्य पुरूषोत्तम रूपाला का नाम भी चर्चा में है.
संभावितों में उत्तराखंड से दलित लोकसभा सदस्य अजय टम्टा, उत्तरप्रदेश से दलित महिला सांसद कृष्णा राज, महाराष्ट्र से राज्यसभा सदस्य रामदास अठावले, राजस्थान से दलित सांसद अजरुन राम मेघवाल, उत्तर प्रदेश से ब्राह्मण चेहरा सांसद महेंद्र नाथ पांडे का नाम शामिल है. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अगले साल चुनाव होने हैं. इसके अलावा राज्यसभा सांसद विजय गोयल, एमजे अकबर, अनिल माधव दवे, भूपेन्द्र यादव का नाम भी संभावितों में शामिल है.
कई सांसदों ने अमित शाह से की मुलाकात
बताया जाता है कि इनमें से कई नेताओं ने सोमवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की, जो जल्द ही पार्टी की संगठनात्मक टीम की भी घोषणा कर सकते हैं. मंत्रिमंडल के विस्तार में महाराष्ट्र से सुभाष रामराव भाम्ब्रे और गुजरात से राज्यसभा सदस्य मनसुखभाई मडाविया को स्थान मिल सकता है.
सूत्रों ने बताया कि कर्नाटक से लोकसभा सदस्य और दलित नेता रमेश चंदप्पा जिगाजिनागी और मध्यप्रदेश से लोकसभा सदस्य फग्गन सिंह कुलस्ते का नाम भी मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल होने वाले संभावितों में लिया जा रहा है.
पार्टी सूत्रों ने बताया कि कुछ मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है. जबकि कुछ को प्रमोट किया जाएगा. कुछ मंत्रियों के विभाग में भी बदलाव किया जा सकता है. इस समय प्रधानमंत्री समेत 64 केंद्रीय मंत्री हैं और संवैधानिक व्यवस्था के तहत अधिकतम 82 मंत्री हो सकते हैं.
इन दस राज्यों से आएंगे नए मंत्री
बताया जाता है कि महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार की सारथी शिवसेना भी कैबिनेट में अपना मंत्री चाहती है, वहीं नए मंत्रिमंडल में यूपी, राजस्थान, गुजरात, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, कर्नाटक और असम से सांसदों को मंत्री पद सौंपा जाने वाला है.
यूपी चुनाव पर भी फोकस
कैबिनेट विस्तार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यूपी की भागीदारी बढ़ेगी और इसमें जातीय समीकरण और क्षेत्रीय संतुलन का पूरा खयाल रखा जाएगा. पीएम को छोड़कर मौजूदा कैबिनेट में यूपी से 11 मंत्री हैं. मंगलवार के फेरबदल में इसमें यूपी से तीन नए नाम जुड़ सकते हैं. जबकि एक की कुर्सी जा रही है. इस तरह यूपी की भागीदारी बढ़कर 13 हो जाएगी. मोदी कैबिनेट में अभी पूर्वांचल से दो, पश्चिमी यूपी से चार, मध्य यूपी से चार और बुंदेलखंड के एक मंत्री हैं.
शैक्षणिक योग्यता को भी तरजीह
मोदी सरकार में इस बार नए मंत्रियों के चयन में शैक्षणिक योग्यता का भी खास खयाल रखा जाएगा. सूत्र बताते हैं कि नए मंत्रियों की सूची में शुमार महेंद्र नाथ पांडेय बनारस हिंदू विश्वविद्याल से पीएचडी हैं, जबकि सुभाष रामराव भाम्ब्रे कैंसर सर्जरी में सुपर स्पेशलाइजेशन रखते हैं.