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मोदी-नवाज मुलाकात पर शिवसेना बिफरी, कहा-'पाकिस्तान को जवाब देने की जरूरत'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ की मुलाकात को बीजेपी एक 'बड़ी सफलता' की तरह पेश कर रही है, लेकिन उसकी सहयोगी शिवसेना इससे नाराज है. केंद्र और महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने रूस में दोनों नेताओं की बैठको को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया है.

Uddhav thackeray Uddhav thackeray
aajtak.in
  • मुंबई,
  • 10 जुलाई 2015,
  • अपडेटेड 6:37 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ की मुलाकात को बीजेपी एक 'बड़ी सफलता' की तरह पेश कर रही है, लेकिन उसकी सहयोगी शिवसेना इससे नाराज है. केंद्र और महाराष्ट्र में बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने रूस में दोनों नेताओं की बैठको को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया है.

शिवसेना का रुख बैठक को लेकर सहयोगी बीजेपी के उत्साह के उलट है. पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘मोदी जी का आज नवाज शरीफ से मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है. परिस्थितियों में (सीमा पर) कोई तब्दीली नहीं आई है. लोगों को मोदीजी से काफी उम्मीदें हैं.’

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मोदी बदलाव लाने में सक्षम: शिवसेना
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि वह (मोदी) वर्तमान हालात में बदलाव लाने में सक्षम हैं और पड़ोसी देश को उसी की भाषा में सबक सिखाने की जरूरत है.’ ठाकरे ने मुंबई में पत्रकारों से कहा, ‘हाल में हमारी सेना आतंकियों के खात्मे के लिए म्यामांर गई थी. मुझे नहीं पता कि सरकार ने उससे कोई सबक सीखा या नहीं, लेकिन पाकिस्तान को भी एक सबक सिखाने की जरूरत है.’

मोदी और शरीफ ने रूस के उफा में चल रहे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन से इतर शुक्रवार को करीब एक घंटे बात की. पिछले करीब एक साल में हुई दोनों पक्षों की इस पहली द्विपक्षीय वार्ता में दोनों देशों से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा की गई.

मोदी-नवाज बैठक बड़ी सफलता: बीजेपी
उधर बीजेपी ने इस मुलाकात को 'बड़ी सफलता' करार दिया है. बीजेपी ने कहा कि बातचीत सफल रही , क्योंकि 'पाकिस्तान ने आतंकवाद को लेकर हमारी परिभाषा को स्वीकार कर लिया है.'

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मोदी और नवाज ने शुक्रवार सुबह रूस के उफा शहर में मुलाकात की. दोनों नेता यहां ब्रिक्स देशों (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए हैं.

बीजेपी नेता एमजे अकबर ने कहा, 'बैठक एक बड़ी सफलता है. इसकी वजह बिल्कुल स्पष्ट है, यह पहली बार है, जब पाकिस्तान ने आतंकवाद को लेकर हमारी परिभाषा स्वीकार की है.'

उन्होंने कहा, 'पहली बार पाकिस्तान ने आतंकवाद के हर स्वरूप के खिलाफ जंग की बात स्वीकार की.' अकबर ने यह भी कहा कि इससे पहले पाकिस्तान लंबे समय तक अच्छे और बुरे आतंकवाद के बीच भेद करता रहा. लेकिन भारत के लिए आतंकवाद हमेशा से एक बुराई रहा है.

26/11 मामले की सुनवाई में आएगी तेजी
उन्होंने बताया कि दोनों पक्ष 26/11 मुंबई हमले से संबंधित मामले की सुनवाई में तेजी लाने और आरोपियों की आवाज के नमूने एक-दूसरे को देने पर सहमत हो गए हैं. अकबर ने कहा, 'पाकिस्तान ने आवाज उन नमूनों को स्वीकार किया है, जो हमारे मामले का आधार है. उनके पास हमारे द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूत हैं, यह पूरी दुनिया ने देखा है. अब पाकिस्तान ने इसे स्वीकार किया है.'

बीजेपी नेता ने मोदी के इस रुख पर जोर दिया कि भारत अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ संबंध सुधारने का इच्छुक है, ताकि यह क्षेत्र उन्नति की राह पर अग्रसर हो सके.

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अकबर ने कहा, 'लेकिन इस उन्नति को शांति की जरूरत है और यह साझा उन्नति तभी संभव है जब सभी देश आतंकवाद को लेकर एक जैसी राय रखें.'

(इनपुट: IANS)

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