
भले ही 'एयर इंडिया ' और बजट एयरलाइन 'इंडिगो' का वक्त पर उड़ान का शानदार रिकॉर्ड रहा है, लेकिन जनवरी में इन दोनों कंपनियों की उड़ानों में दो घंटे से ज्यादा देरी से इनके यात्री सबसे अधिक प्रभावित हुए. विमानन क्षेत्र के नियामक DJCA के आंकड़ों से यह तथ्य उजागर हुए हैं.
नागर विमान महानिदेशालय (DJCA) द्वारा जारी मासिक घरेलू हवाई यातायात रिपोर्ट के मुताबिक, उड़ान में दो घंटे से ज्यादा की देरी के चलते एयर इंडिया के 96,232 यात्री और इंडिगो के 75,034 यात्री प्रभावित हुए. इनके अलावा, 'जेट एयरवेज' और इसकी सहायक एयरलाइंस 'जेटलाइट' के 11,666 यात्री उड़ान में दो घंटे से ज्यादा की देरी से प्रभावित हुए. DJCA के नियमों के तहत विमानन कंपनियों को उन मामलों का मासिक आधार पर विवरण देना अनिवार्य है जिनमें यात्री को विमान में सवार होने से मना किया गया हो, उड़ानें कैंसिल की गई हों या उड़ानों में देरी हुई हो.
रिपोर्ट के मुताबिक, जहां एयर इंडिया ने प्रभावित यात्रियों को 1.04 करोड़ रुपये मुआवजा देने के अलावा खानपान की सुविधा एवं उड़ान के समय में बदलाव की सुविधा दी, वहीं इंडिगो ने लेट फ्लाइट से प्रभावित यात्रियों को सिर्फ नाश्ता उपलब्ध कराया. इस साल जनवरी में घरेलू हवाई यातायात में 21.33 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई. इस दौरान, सभी घरेलू विमानन कंपनियों ने कुल 62.45 लाख यात्रियों को उड़ान सेवाएं उपलब्ध कराईं, जबकि जनवरी, 2014 में इन कंपनियों ने 57.47 लाख यात्रियों को हवाई सेवाएं दी थीं.
-इनपुट भाषा से