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मुम्बई के कमला मिल्स में हुए अग्निकांड ने 14 लोगों को अपनी आगोश में ले लिया. इस हादसे के बाद सभी मेट्रो शहर के व्यवसायिक इमारतों की छानबीन युद्धस्तर पर की जा रही है. इसी हादसे से सबक लेते हुए पुणे के आयुक्त कुणाल कुमार ने व्यवसायिक इमारतों के फायर ऑडिट करने के आदेश दे दिए हैं. आयुक्त ने दमकल अधिकारी, शहर के इंजीनियर और स्वास्थ्य प्रमुख को 15 जनवरी तक सर्वेक्षण पूरा कर जानकारी देने के आदेश दिए हैं.
पुणे में भी कई स्थानों पर पब -रेस्त्रां चलाये जाते हैं. आयुक्त के आदेश के बाद प्रशासन पता लगाएगा कि इन स्थानों पर अगर आग लग जाती है तो बचाव कार्य के साधन है या नहीं और अगर है तो कितने वर्किंग कंडिशन में हैं.
''सभी कमर्शल इमारतें सुरक्षित''
मुम्बई के कमला मिल कंपाउंड के होटल में हुए भीषण आग हादसे से सबक लेते हुए पुणे महापालिका नींद से जागा है. इस तरह के हादसों से बचा जा सके इसलिए आयुक्त कुणाल ने फायर ऑडिट के आदेश दिए. वहीं पुणे शहर के मुख्य दमकल विभाग के चीफ फायर फायटिंग ऑफिसर प्रशांत रणपिसे ने दावा किया है कि पुणे शहर के सभी कमर्शल इमारतों की जांच होती आयी है. पिछले दो वर्ष में तक़रीबन 40 बिल्डिंग्स की फायर फायटिंग यंत्रों की जांच हुई है. सभी बिल्डिंग्स के फायर सिस्टम वर्किंग कंडिशन में हैं. चीफ फायर फायटिंग ऑफिसर प्रशांत रणपिसे के मुताबिक पुणे शहर में मुंबई के कमला मिल्स परिसर जैसा भयानक हादसा होने की आशंका कम है.