
मुजफ्फरपुर बालिका गृह बलात्कार मामले को लेकर विवादों में घिरी बिहार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपना इस्तीफा सौंपा. सीबीआई जांच में इस मामले के मास्टरमाइंड बृजेश ठाकुर और मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा को लेकर खुलासा हुआ था, जिसके बाद यह इस्तीफा सामने आया है.
मंजू वर्मा ने समाज कल्याण मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा, 'मुजफ्फरपुर मामले की जांच हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई से कराने का आदेश दिया गया है. मुझे सीबीआई और हाईकोर्ट पर पूरा विश्वास है. मामले की जांच होने के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी. मेरे पति निर्दोष हैं और निर्दोष साबित भी होंगे.'
उन्होंने कहा, 'मेरे पति एक राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता हैं. मैं भी राजनीति और सामाजिक जीवन में हूं और मंत्री हूं. ऐसे में हर किसी का फोन रिसीव करना मेरा दायित्व बनता है.' इस दौरान मंजू वर्मा ने कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड (CDR) पर भी सवाल उठाए और इसको सार्वजनिक करने की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर सिर्फ बात करने की वजह से उनके पति चंद्रशेखर वर्मा दोषी हैं, तो उनसे बात करने वाले भी दोषी हैं. ऐसे लोगों के नाम भी सामने आने चाहिए.
उन्होंने कहा कि मीडिया वाले पता नहीं कहां से यह सीडीआर लेकर आए हैं. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा. मंजू वर्मा ने कहा कि मामले को लेकर विपक्ष हाय तौबा कर रहा है. जब मंजू वर्मा से पूछा गया कि क्या सीएम नीतीश कुमार ने बुलाकर इस्तीफा मांगा था, तो उन्होंने जवाब दिया, 'मैंने खुद इस्तीफा दिया है. मुझसे नीतीश कुमार ने इस्तीफा नहीं मांगा है.'
मंजू के पति ने बृजेश ठाकुर से 17 बात फोन पर की बात
सीबीआई को जांच के दौरान बृजेश ठाकुर के तीन सिम कार्ड की कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड मिली. इसमें खुलासा हुआ कि बृजेश ठाकुर जनवरी से मई तक चंद्रशेखर वर्मा से लगातार संपर्क में था. कॉल डिटेल रिकॉर्ड से पता चला कि इस दौरान बृजेश ठाकुर ने चंद्रशेखर वर्मा से 17 बार फोन पर बातचीत की.
बृजेश ठाकुर और चंद्रेश्वर वर्मा के बीच थी दोस्ती
सीबीआई की जांच में यह बात भी सामने आई कि कई मौकों पर बृजेश ठाकुर और चंद्रशेखर वर्मा एक साथ पटना से दिल्ली आए थे. दोनों कई दिनों तक साथ में दिल्ली में रहते थे. सूत्रों के मुताबिक बृजेश ठाकुर के ड्राइवर ने सीबीआई जांच में इस बात की पुष्टि की कि बृजेश ठाकुर और चंद्रेश्वर वर्मा के बीच में दोस्ती थी और दोनों का साथ में उठना-बैठना भी था.
इस खुलासे को लेकर सीबीआई और सबूत तलाशने में जुटी है. माना जा रहा है कि सीबीआई उस ट्रेवल एजेंट को ढूंढने में लगी है, जो बृजेश ठाकुर और चंद्रशेखर वर्मा का दिल्ली के लिए हवाई जहाज का टिकट बुक कराया करता था. इसी बीच सीबीआई ने बृजेश ठाकुर की करीबी मधु कुमारी की भी तलाश तेज कर दी है. माना जा रहा है कि मधु कुमारी पिछले 20 वर्षों से बृजेश ठाकुर की संपर्क में थी और उसकी सबसे बड़ी राजदार है. सूत्रों के मुताबिक मधु कुमारी के नेपाल भागने की भी खबर है.
ऐसे हुआ मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड का खुलासा
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस यानी टिस की टीम ने बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका आश्रय गृह पर सोशल ऑडिट रिपोर्ट समाज कल्याण विभाग को सौंपी थी. इस टीम ने अपने जांच में पाया था कि बालिका गृह का रख रखाव सही नहीं है और रिपोर्ट में बच्चियों के साथ गलत व्यवहार की शिकायतें भी मिली थीं. इसके बाद यह मामला प्रकाश में आया और मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में 34 से ज्यादा बच्चियों के साथ रेप की पुष्टि हुई.