
बिहार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति ने आखिरकार कोर्ट में सरेंडर कर दिया. हालांकि पूर्व मंत्री अभी भी कानून की पकड़ से दूर हैं. सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा ने सोमवार को बेगूसराय के मंझौल अनुमंडल कोर्ट में आत्मसमर्पण किया. कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. पूर्व मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा पर अवैध कारतूस रखने का आरोप है और ये मामला आर्म एक्ट से जुड़ा है.
बता दें कि मंजू वर्मा को मुजफ्फरपुर शेल्टर होम रेप केस मामले में अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. क्योंकि उनके पति चंद्रशेखर के बालिका कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर से संबंध जगजाहिर हो गए थे. इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है. इसी जांच के सिलसिले में जब मंजू वर्मा के ठिकानों पर छापेमारी की तो उनके बेगूसराय के चेरिया बरियारपुर घर से 50 अवैध कारतूस बरामद किए गए थे.
इसी मामले में मंजू वर्मा और चंद्रशेखर वर्मा को आरोपी बनाया गया था. चंद्रशेखर वर्मा बालिका गृह मामला आने के बाद से ही फरार थे. लेकिन मंजू वर्मा पर अवैध कारतूस का मामला आया और कोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका खारिज हो गई उसके बाद से फरार बताई जा रही हैं.
सीबीआई ने 17 अगस्त को चेरिया बरियारपुर थाना के श्रीपुर गांव में मंजू वर्मा के घर से छापेमारी में 50 अवैध कारतूस बरामद किए थे. इस मामले में चंद्रशेखर वर्मा और मंजू वर्मा को आरोपित किया गया था. दोनों पति-पत्नी बेगूसराय और पटना हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की जो खारिज हो गई थी. मामला दर्ज होने के 72 दिनों के बाद चंद्रशेखर वर्मा ने मंझौल एसडीएम कोर्ट में सरेंडर किया. बेगूसराय पुलिस लगातार चंद्रशेखर वर्मा की गिरफ्तारी की कोशिश कर रही थी. उनके घर पर इश्तेहार भी चिपकाया गया था और अब कुर्की की तैयारी की जा रही थी.
बेगूसराय पुलिस मंजू वर्मा की आर्म्स एक्ट मामले में उनकी संलिप्तता की जांच कर रही है, जबकि बेगूसराय और पटना हाईकोर्ट मंजू वर्मा की भी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर चुका है. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने चंद्रशेखर वर्मा की गिरफ्तारी नहीं होने पर सीबीआई और बिहार सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी.