
'ऑपरेशन म्यांमार' के बाद मोदी सरकार ने पाकिस्तान को खबरदार किया है. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पाकिस्तान की ओर हो रही बयानबाजी का करारा जवाब देते हुए कहा कि उग्रवादियों पर कार्रवाई के लिए हम दूसरे देश पर निर्भर नहीं हैं.
मनोहर पर्रिकर ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि डरने वाले देश इस तरह के बयान दे रहे हैं.
दिल्ली में एक सेमिनार को संबोधित करते हुए पर्रिकर ने कहा, ‘अगर सोच के तरीके में बदलाव आता है, तब कई चीजें बदल जाती हैं. आपने पिछले 2-3 दिनों में ऐसा देखा. उग्रवादियों के खिलाफ एक कार्रवाई ने देश में पूरे सुरक्षा परिदृश्य के बारे में सोच को बदल दिया.’
रक्षा खरीद प्रक्रिया को आसान बनाए जाने की जरूरत पर अपने विचार व्यक्त करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि इस बारे में सोच में बदलाव की जरूरत है.
अभियान का ब्योरा देने से इनकार करते हुए पर्रिकर ने कहा, ‘जो लोग भारत के नए रुख से भयभीत है, उन्होंने प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है.’ रक्षा मंत्री ने सैन्य कार्रवाई के संबंध में मीडिया के सवालों के जवाब देने से मना कर दिया.
पाकिस्तान के गृहमंत्री निसार अली खान ने कहा था, ‘पाकिस्तान म्यामांर की तरह नहीं है.' साथ ही उन्होंने भारत को चेतावनी दी थी कि उनका देश सीमापार से धमकी के आगे नहीं झुकेगा. उन्होंने कहा, ‘जिनकी पाकिस्तान के खिलाफ बुरी सोच है, उन्हें ध्यान से सुन लेना चाहिए कि हमारे सुरक्षा बल ऐसे किसी दुस्साहस का उसी तरह से जवाब देने में सक्षम हैं.’
निसार अली खान का बयान सूचना व प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर की उस टिप्पणी पर आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि मणिपुर में 18 सैनिकों को मारने वाले विद्रोहियों के खिलाफ म्यामांर में सैन्य कार्रवाई अन्य देशों को संदेश है. राठौर की टिप्पणी को पाकिस्तान ने चेतावनी के रूप में देखा.
'ऑपरेशन म्यांमार' का बदला लेने भारत में घुसे उग्रवादी
इस बीच, खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है कि ऑपरेशन म्यांमार के हमले का बदला लेने के लिए उग्रवादी बड़ी योजना बना रहे हैं. उच्चस्तरीय सूत्रों ने खबर है कि इसके लिए 4-5 उग्रवादी संगठन मिलकर बदला लेने की योजना बना रहे हैं. इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए 16 से 20 उग्रवादियों के भारत में घुसने की भी खबर है.
खबर है कि परेश बरुआ के साथ उग्रवादी संगठन एक बैनर की नीचे काम कर रहे हैं, जिसका नाम है-वेस्टर्न साउथ एशिया रिवॉल्यूशनरी फोरम. खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट इंटरसेप्ट किया है.
गौरतलब है कि भारतीय सेना ने म्यामांर के अधिकारियों की जानकारी में सीमापार कार्रवाई में कम से कम 38 उग्रवादियों को मार गिराया. समझा जाता है कि वे उग्रवादी चार जून को घात लगाकर किए गए हमले में शामिल थे.