
नाभा जेल ब्रेक के मुख्य आरोपी परविंदर सिंह के यूपी पुलिस के सामने हुए कबूलनामे को मानें तो ये जेल ब्रेक खालिस्तान कमांडो फोर्स के सरगना हरमिंदर सिंह के बजाए सुक्खा मर्डर केस के आरोपियों को जेल से भगाने के लिए किया गया था. लेकिन इस जेल ब्रेक का फायदा उठाकर खालिस्तान कमांडो फोर्स का सरगना हरमिंदर सिंह मिंटू भी भाग निकला.
यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने इंडिया टुडे/आज तक से बातचीत में बताया कि अब तक परविंदर से हुई पूछताछ में परविंदर और खालिस्तान कमांडो फोर्स के इस सरगना हरमिंदर सिंह मिंटू का कोई संबंध सामने नहीं आया है. अपने कबूलनामे में भी गिरफ्तार परविंदर ने बताया कि उसने अपने साथियों विक्की डोगरा, नीतीन देओल और विक्रमजीत सिंह को छुड़ाने के लिए जेल ब्रेक की साजिश रची थी. जिसमें वो कामयाब भी हो गया था लेकिन उसके संबंध खालिस्तान कमांडो फोर्स के इस आतंकी से नहीं हैं.
इस जेलब्रेक में खालिस्तान के आतंकी समेत कुल 5 लोग फरार हो गए हैं लेकिन जेल ब्रेक करने वाले परविंदर की गिरफ्तारी के बाद अब पूरे मामला का जल्दी ही खुलासा हो जाएगा.
दलजीत चौधरी ने आज तक से बातचीत में कहा कि जेल ब्रेक के तुरंत बाद सुबह ही यूपी पुलिस को अलर्ट आया था. तभी से सभी चेकिंग प्वाइंट पर पुलिस मुस्तैद थी. हरियाणा के सभी बॉर्ड सील कर दिए गए थे और जैसी कि अंदेशा था परविंदर फॉर्चूनर गाड़ी के साथ शामली में घुसा तभी पकड़ लिया गया. उसकी ये गाड़ी हरियाणा के बॉर्डर पर पकड़ी गई. पकड़े जाने जाने के बाद उसने पूरा अपराध कबूल कर लिया है.
परविंदर ने बताया पूरा प्लान
परविदंर पहले से खुद ही आरोपी रहा है. उसने एक इंस्टपेक्टर का मर्डर किया है और डेढ़ महीने पहले जेल से भागा हुआ है. जेल से जो भागे हैं ये उनके संपर्क में था. इसका प्लान सबको
भगाकर दिल्ली लाने का था. ये शामली में घुसा तो गिरफ्तार हो गया. परविंदर के साथ उसका सहयोगी प्रेमा था जो घटना के बाद से फरार है. जेल ब्रेक को प्रेमा और परविंदर ने मिलकर
आंजाम दिया था. प्रेमा परविंदर का सहयोगी है. जो सुक्खा मर्डर केस का आरोपी है. उसने डेढ़ महीने पहले परिवंदर को जेल से भगाया था. प्रेमा और परविंदर दोनों मिलकर नाभा जेल में बंद
अपने साथियों को जेल से भगाना चाहते थे.
दलजीत चौधरी ने कहा कि खालिस्तान कमाडो फोर्स के आतंकी का अब तक परमिंदर के साथ कोई संबंध सामने नही आया है. हालांकि जांच चल रही है और दूसरी सुरक्षा एजेंसियां इस बात की जांच में भी हैं कि क्या भगाए गए आरोपियों का कोई संबंध खालिस्तान कमांडो फोर्स के इस आतंकी से था या फिर हरविंदर सिंह मिंटू मौके का फायदा उठाकर भाग निकला है.